हिमाचल के लिए गौरवान्वित उपलब्धि:पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह देशभर में प्रथम स्थान पर रहा, आरक्षियों को अव्वल दर्जे की ट्रेनिंग मिलती यहांसंस्थान को गृह मंत्रालय द्वारा इनाम में ट्रॉफी और 22 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी
हिमाचल प्रदेश के लिए बेहद गौरवान्वित पल हैं, क्योंकि पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह ने प्रशिक्षण के क्षेत्र में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
प्रधानाचार्य पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, डरोह डॉ. अतुल फुलझेले ने बताया कि गृह मंत्रालय, केंद्र सरकार द्वारा देशभर के प्रशिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन किया गया था, जिसमें महाविद्यालय को आरक्षी मूलभूत प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इसे वर्ष 2018-19 का प्रथम पुरस्कार दिया है। जबकि वर्ष 2017-18 के लिए अराजपत्रित अधिकारी ग्रेड-1 को प्रशिक्षण देने के लिए उत्तरी क्षेत्र में प्रथम घोषित किया गया है।
इस सफलता के लिए संस्थान को गृह मंत्रालय, केंद्र सरकार द्वारा इनाम के रूप में ट्रॉफी और 22 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व वर्ष 2015-16 में भी इस संस्थान को आरक्षी मूलभूत प्रशिक्षण के लिए देशभर में अव्वल घोषित किया गया था।
डॉ. फुलझेले ने इस कामयाबी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि सफलता का श्रेय प्रदेश पुलिस महानिदेशक तथा प्रशिक्षण केंद्र में कार्यरत सभी अधिकारियों, प्रशिक्षकों और सहायक प्रशिक्षकों को जाता है, जिन्होंने अपनी रूचि, समर्पण व कठिन परिश्रम से इस प्रशिक्षण संस्थान की राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान स्थापित करने में अहम् भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि प्रथम पुरस्कार मिलने की सूचना फैलते ही पूरे हिमाचल प्रदेश पुलिस परिवार में खुशी का माहौल है।
यह संस्थान वर्ष 25 जुलाई, 1995 को स्थापित हुआ था और इस वर्ष अपनी रजत जयंती मना रहा है। डॉ. फुलझेले ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके निरन्तर सहयोग व मूलभूत ढांचे को और ज्यादा सुदृढ़ करने के लिए फंड के प्रावधान से ही संस्थान इस आयाम को छूने में कामयाब हुआ है।