एक-एक गांव से 21, 31, 51 ट्रैक्टरों का निकलेगा जत्था:किसानों ने शहर और लघु सचिवालय परिसर में की ट्रैक्टर रैली की रिहर्सलकृषि कानूनों के विरोध में लामबंद हुए किसान अब गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड करने की युद्धस्तर पर तैयारियों में जुटे हैं। शुक्रवार से किसानों के ट्रैक्टर जत्थे अपने गंतव्य दिल्ली बॉर्डर की ओर रवाना होंगे। इसे लेकर एक दिन पहले ही किसानों ने सामान आदि का इंतजाम कर लिया है। किसान आंदोलन को सफल बनाने के लिए किसानों द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। आंदोलन में शामिल होने व गणतंत्र परेड में जाने के लिए गांव-गांव में किसानों से चंदा एकत्रित किया जा रहा है।
हर गांव से कम से कम 5 से 11 ट्रैक्टर तो बड़े गांवों से 21, 31 व 51 ट्रैक्टरों की लिस्ट तैयार की जा रही है। जिला के नरड़ गांव निवासी किसान रामनिवास, बलविंद्र, रामफल, लीलू चहल, राजपाल व प्रदीप नरड़ ने बताया कि उनके गांव से 31 ट्रैक्टरों का जत्था दिल्ली बॉर्डर के लिए शुक्रवार सुबह रवाना होगा। किसानों ने बताया कि आंदोलन में जाने के लिए वे राशन, गैस सिलेंडर चूल्हा समेत सभी जरूरत का सामान लेकर जाएंगे।
इसके लिए गांव में 36 बिरादरी से प्रति एकड़ के हिसाब से चंदा एकत्रित किया गया है। प्रति एकड़ 100 से 200 रुपए के हिसाब से किसान अपनी सहयोग राशि दे रहे हैं। किसानों का एक ही लक्ष्य है कि काले कृषि कानून वापस हों। इससे पहले किसानों ने कैथल शहर व लघु सचिवालय परिसर में ट्रैक्टर रैली निकाली।
राष्ट्रीय ध्वज व भाकियू के झंडे सजाए: किसानों ने बताया कि परेड में जाने के लिए ट्रैक्टरों को राष्ट्रीय ध्वज व भाकियू के झंडे से सजाया जा रहा है। भाकियू युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने बताया कि 26 जनवरी को दिल्ली परेड की पूरी तैयारी कर ली है। अगर सरकार समय रहते किसानों की मांग को पूरा नहीं करती तो गणतंत्र दिवस पर शांतिपूर्वक किसान शक्ति प्रदर्शन करेंगे।