टिकरी बाॅर्डर पर किसानाें के आंदाेलन का 58वां दिन:पुलिस की नहीं मानी, ट्रैक्टर परेड की तैयारी में जुटे किसान तो बाॅर्डर पर दिल्ली पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा, दिल्ली वार्ता आजगणतंत्र दिवस पर प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड काे लेकर दिल्ली पुलिस व किसान संगठनों की बैठक में नहीं बनी बात
नए कृषि कानूनों के खिलाफ गणतंत्र दिवस पर किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड काे लेकर दिल्ली पुलिस व किसान संगठनों के बीच गुरुवार को हुई बैठक बेनतीजा रही। संयुक्त पुलिस आयुक्त उत्तरी क्षेत्र एसएस यादव इस बैठक का समन्वय कर रहे थे। इसकी खबर के साथ ही टिकरी बाॅर्डर पर किसानों ने ट्रैक्टरों को तैयार करना शुरू कर दिया। वहीं, बाॅर्डर पार भी पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स की संख्या बढ़नी शुरू दी है। टिकरी बाॅर्डर पर खबर आई कि हरियाणा भर से ट्रैक्टराें की दिल्ली की सीमाओं की तरफ चलने की तैयारी हो गई है। 22 के बाद सभी किसान दिल्ली की तरफ निकलेंगे।
इसे देख बहादुरगढ़ पुलिस भी अलर्ट हो गई है। हालांकि इससे अधिक अभी तक बहादुरगढ़ पुलिस कुछ नहीं कर पाई है। अब ट्रैक्टर परेड को लेकर केंद्र के साथ शुक्रवार को फिर से बैठक होनी है। इसके बाद स्थित साफ हो पाएगी कि किसानों के ट्रैक्टर दिल्ली में प्रवेश करेंगे तो कैसे। या फिर केएमपी पर पहले ही तरह से प्रदर्शन होगा।
इसी तरह एक बैठक किसान नेताओं और दिल्ली, उत्तर प्रदेश व हरियाणा पुलिस बलों के अधिकारियों ने बुधवार को यहां विज्ञान भवन में की थी। पुलिस अधिकारियों ने प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को दिल्ली के व्यस्त बाहरी रिंग रोड की बजाय कुंडली-मानेसर पलवल एक्सप्रेस-वे पर आयोजित करने का सुझाव दिया था, जिसे किसान संगठनों ने अस्वीकार कर दिया था। इन दोनों बातों से बैखबर किसानों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। आज्ञा मिलने व नहीं मिलने दोनों स्थितियों में यहां किसानों की तैयारी तेज हो गई है। हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले करीब दो महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। वे नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारी किसानों का आरोप है कि इन कानूनों से मंडी व्यवस्था और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद की प्रणाली समाप्त हो जाएगी और किसानों को बड़े कॉरपोरेट घरानों की कृपा पर रहना पड़ेगा। हालांकि, सरकार इन आशंकाओं को खारिज कर चुकी है। वैसे इस मामल में यह भी कहा जा रहा है िक अब 11वें दौर की बैठक 22 जनवरी को होगी तो जाकर कोई फैसला होगा।
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सुखविंदर कौर बरनाला, परमजीत कौर बरनाला, गुरमीत कौर बरनाला, बलविंदर कौर बरनाला, परमजीत कौर बरनाला, गुरमीत कौर बरनाला, बलवंत कौर बरनाला, बलजीत कौर संगरूर, हरजीत कौर फाजिल्का, सोमा रानी फाजिल्का, वीरपाल कौर जींद, अमरजीत कौर जींद।
कल तक पहुंच सकते है पंजाब व हरियाणा के जिलों के जत्थे
दिल्ली में किसी भी कारण से प्रवेश नहीं मिला तो एक बार फिर से केएमपी पर किसानों का विशाल प्रदर्शन होगा। इसे लेकर किसानों ने पांच टीम तैयार की है। जो पहले की तरह से अपने साथ ट्रैक्टरों के जत्थे लेकर केएमपी पर चक्कर लगाएंगे। उसके साथ शाम तो यह यात्रा समाप्त होगी। इस कारण 26 को लोगों को केएमपी से नहीं निकलने की सलाह दी जा रही है। लोगों को कहा जा रहा कि जरूर नहीं हो को 26 को दिल्ली के आसपास के क्षेत्र में भी वाहनों को लेकर नहीं जाए। 22 जनवरी को दिल्ली के कई स्थानों से ट्रैक्टरों की जत्थे निकलेंगे। सभी 23 को बहादुरगढ़ की सीमा पर पहुंच सकते हैं। कहीं वे जत्थे 23 को ही दिल्ली में प्रवेश नहीं कर जाए, इसके लिए भी दिल्ली के साथ लगते छोटे बाॅर्डरों व रास्तों पर भी निगरानी बढ़ाई जा रही है।
गणतंत्र दिवस की फुल ड्रेस रिहर्सल दिल्ली में 23 को, ट्रैफिक रहेगा बंद
गणतंत्र दिवस परेड के मद्देनजर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर मनीष अग्रवाल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की। कहा कि गणतंत्र दिवस की फुल ड्रेस रिहर्सल के मद्देनजर राजधानी दिल्ली में 23 जनवरी को विजय चौक, रफी मार्ग, जनपथ, मानसिंह रोड पर ट्रैफिक को अनुमति नहीं होगी। मेरी लोगों से अपील है कि 23 जनवरी की सुबह जब भी घर से निकलें तो ट्रैफिक एडवाइजरी को जरूर ध्यान में रखें। मनीष अग्रवाल ने कहा कि 26 जनवरी को सुबह 4 बजे से नेताजी सुभाष मार्ग को भी बंद कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 23 जनवरी को केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन मेट्रो स्टेशन को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 तक बोर्डिंग और डिबोर्डिंग के लिए बंद कर दिया जाएगा। किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली पर बोलते हुए ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड को बिना किसी व्यवधान के कराना हमारा कर्तव्य है। हम अभी किसी विशेष उपाय की बात नहीं कर सकते। हम किसानों के साथ बात कर रहे हैं।