बर्ड फ्लू:62 हजार पक्षियों को मारे जाने के मामले को हाईकोर्ट में दी चुनौती, 2 फरवरी तक लगाई रोकहाईकोर्ट ने अगले आदेशों तक कोई कार्रवाई न करने के निर्देश दिए
बर्ड फ्लू ( ऐवियान इंफलूएंजा) के संदेह में पंचकूला के नरेंद्र पोल्ट्री फॉर्म के लगभग 62000 पक्षियों को मार दिए जाने और कोई मुआवजा ना दिए जाने को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। याचिका पर जस्टिस महावीर सिंह सिंधु ने हरियाणा सरकार और पंचकूला के डीसी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। कोर्ट ने पूछा कि डीसी पंचकूला के 11 जनवरी के आदेशों पर क्यों ना रोक लगा दी जाए।
हाईकोर्ट ने 2 फरवरी के लिए मामले पर अगली सुनवाई तय करते हुए कहा कि इस दौरान डीसी के आदेशों के मुताबिक कोई कार्रवाई ना की जाए। हरियाणा पोल्ट्री फार्म्स एसोसिएशन और पंचकूला के गांव खेड़ी स्थित नरेंद्र पोल्ट्री फॉर्म की तरफ से याचिका दायर की गई थी।
घरौंडा में मुर्गियों की मौतों को देखते हुए दूसरा सैंपल भोपाल भेजा
घरौंडा | कोहंड एरिया स्थित एक दर्जन से अधिक पोल्ट्री फार्मों में बीते 17 दिनों में लाखों मुर्गियों की मौत हो चुकी है। विभाग और अधिकतर पोल्ट्री मालिक वास्तविक स्थिति नहीं बता रहे हैं। बर्ड फ्लू की संदिग्ध की सूची में ओम रावल पोल्ट्री फार्म का नाम भी शामिल हो गया है। इस पर 10 दिनों में 50 हजार से अधिक मुर्गियों की मौत हुई है। यहां पर 13-14 पोल्ट्री फार्म है, जिनमें करीब 11 लाख बर्ड रखे जाते हैं। बीमारी का असर लगभग सभी पोल्ट्री फार्मों पर हैं।
कैलाश पोल्ट्री फार्म के मालिक विकास सिंगला ने बताया कि 24 घंटे में उसके फार्म पर 800 मुर्गियां मरीं हैं। अब तक उनकी पोल्ट्री में 65 हजार से अधिक मुर्गियां मर चुकी हैं। विकास ने कहा कि मदद के बजाए पशुपालन विभाग के डॉक्टर रोज फोन कर मुर्गियों की मौत के आंकड़े पूछते हैं। ओम रावल पोल्ट्री फार्म के मालिक मेघराज ने बताया कि उनके फार्म पर करीब 75 हजार मुर्गियां हैं। 7 जनवरी को मुर्गियों की मौत शुरू हुई और 10 दिनों में करीब 50 हजार मुर्गियां मर चुकी हैं। करनाल के डीसी निशांत कुमार ने बताया कि कोहंड से सैंपल लेकर भोपाल लैब में भेजे गए हैं।