नए राष्ट्रपति की मुश्किलें:बाइडेन को 1861 के गृहयुद्ध के बाद सबसे ज्यादा डिवाइडेड अमेरिका मिलेगा, कोरोना भी बड़ी चुनौतीजोसेफ आर बाइडेन जूनियर यानी जो बाइडेन आज दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्राध्यक्ष पद की शपथ लेंगे। परंपरा के मुताबिक तो अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में बाइडेन संविधान में लिखी 35 शब्दों की साधारण शपथ लेंगे। लेकिन इस बार डेमोक्रेट बाइडेन का अमेरिका का नया प्रेसिडेंट बनना बेहद खास और अलहदा होगा।
बाइडेन ऐसे राष्ट्रपति बनेंगे, जिनको अमेरिका के गृहयुद्ध (1861-65) के बाद राजनीतिक, सामाजिक और वैचारिक स्तर पर सबसे ज्यादा बंटा हुआ देश मिलेगा। लगभग ढाई करोड़ कोरोना मरीज और 4 लाख से ज्यादा मौतों के साथ पिछले 100 साल की सबसे बड़ी महामारी बाइडेन के सामने मुंह फैलाए खड़ी है। 6 जनवरी के कैपिटल हिल दंगे के बाद शपथ ग्रहण समारोह की सुरक्षा बड़ा मुद्दा है।
वॉशिंगटन में 25000 नेशनल गार्ड तैनात हैं यानी इराक, अफगानिस्तान और सीरिया में तैनात सैनिकों से ज्यादा। बाइडेन के साथ भारतवंशी कमला हैरिस अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगी। 13 महिलाओं समेत 20 इंडियन-अमेरिकन राष्ट्रपति बाइडेन की टीम का हिस्सा होंगे।
ट्रम्प शपथग्रहण में नहीं शामिल होने वाले चौथे राष्ट्रपति बनेंगे
डोनाल्ड ट्रम्प पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वह इनॉगरेशन सेरेमनी में नहीं जाएंगे। न्यूयॉर्क टाइम्स ने ट्रम्प के इस ऐलान को देश की लोकतांत्रिक परंपरा को तोड़ने वाला बताया है। हालांकि, उपराष्ट्रपति माइक पेंस समारोह में शामिल होंगे। अमेरिकी लोकतंत्र के इतिहास में अब तक सिर्फ तीन राष्ट्रपति अपने उत्तराधिकारी की इनॉगरेशन सेरेमनी में शामिल नहीं हुए हैं। 1801 में जॉन एडम्स, 1829 में उनके बेटे जॉन क्वींसी एडम्स और 1869 में एंड्रयू जॉनसन शामिल नहीं हुए थे।
वॉशिंगटन में 90% रास्ते बंद, आम लोगों की जगह 2 लाख झंडे होंगे
वॉशिंगटन में 6 जनवरी से इमरजेंसी लगी है, जो 21 जनवरी तक रहेगी। यहां 90% रास्ते और एक दर्जन से ज्यादा मेट्रो स्टेशन सुरक्षा की वजह से बंद कर दिए गए हैं। कार्यक्रम में इस बार आम लोगों को नहीं बुलाया गया है। उनकी जगह 2 लाख झंडे लगाए जाएंगे। इस बार इनॉरगेशन में न किसी बाहरी राष्ट्राध्यक्ष को बुलाया गया है और न ही राष्ट्रपति के स्वागत के लिए लाखों की भीड़ होगी। शपथ के बाद बाइडेन और वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस ‘प्रेसिडेंट एस्कॉर्ट’ में कैपिटल हिल से व्हाइट हाउस जाएंगे। शपथ ग्रहण बुधवार दोपहर 12 बजे (भारतीय समयानुसार रात 10:30 बजे) होगा।
ट्रम्प से किस तरह अलग होंगे बाइडेन?
डोनाल्ड ट्रम्प: विवादों में रहे, दूसरी बार महाभियोग झेल रहे
दो बार पॉपुलर वोट में पिछड़ने वाले पहले राष्ट्रपति।
जनवरी 2021- कैपिटल हिल पर हमला: समर्थकों ने संसद पर हमला कर दिया।
अमेरिका के पहले राष्ट्रपति, जिन पर एक कार्यकाल में दो बार महाभियोग चला।
गलत तथ्यों के कारण सोशल मीडिया ने बैन किया।
चुनाव में धांधली के गलत आरोप लगाए, लोगों को भड़काया।
कोरोना महामारी 2020: अमेरिका में चार लाख से ज्यादा मौतें और लगभग ढाई लाख कोरोना मरीज।
ब्लैक लाइव्स मैटर: जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद अमेरिका के कई शहरों में ब्लैक लाइव्स मैटर नाम से उग्र आंदोलन चला।
2019 में उत्तर कोरिया जाने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति।
2017 में अमेरिका पेरिस समझौते से बाहर निकला।
जो बाइडेन: ट्रम्प के फैसले पलट सकते हैं
तीसरे प्रयास में अमेरिका के राष्ट्रपति बनने में सफल रहे।
पहले 100 दिनों का मुख्य एजेंडा बनाया।
अर्थव्यवस्था: 1.9 लाख करोड़ डॉलर का राहत पैकेज घोषित किया।
स्वास्थ्य: WHO में बना रहेगा अमेरिका।
पर्यावरण: पेरिस समझौते में अमेरिका की फिर वापसी होगी। प्रदूषण फैलाने वाले दुनिया के प्रमुख देशों को प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए मनाएंगे। पर्यावरण से जुड़े ट्रम्प के कई विवादास्पद फैसले को वापस लेंगे।
इमिग्रेशन: 1.1 करोड़ ऐसे लोगों को जिनका डॉक्यूमेंटेशन नहीं हुआ है, अमेरिकी नागरिकता देने का प्रस्ताव संसद में पेश करेंगे।
न्याय व्यवस्था: सभी विचारधाराओं से जुड़े लोगों की एक समिति बनाएंगे। समिति 180 दिनों में रिपोर्ट देगी।
मंत्रिमंडल के साथ-साथ नीतियों में सबका प्रतिनिधित्व करने का वादा।