रोडवेज बसों में जल्द शुरू की जाएगी ई-टिकट प्रणाली:डिप्टी ट्रांसपोर्ट कंट्रोलर ने किया बस स्टैंड व वर्कशॉप का निरीक्षण, अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देशहरियाणा रोडवेज विभाग जल्द ही प्रदेश में ई-टिकट प्रणाली लागू करेगा। साथ ही यात्रियों के लिए नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड भी जारी किया जाएगा। यह कार्ड मेट्रो कार्ड की तरह कार्य करेगा।
सोमवार को चंडीगढ़ से डिप्टी ट्रांसपोर्ट कंट्रोलर सत्यप्रकाश परमार ने भिवानी बस स्टैंड का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया और रोडवेज अधिकारियों व कर्मचारियों को ई-टिकट व एनसीएमसी कार्ड के बारे में अवगत करवाया।
इस दौरान अधिकारी ने विभाग के कर्मचारियों की समस्याएं सुनी और उनका समाधान किया। उन्होंने रोडवेज वर्कशॉप का भी निरीक्षण किया। बस स्टैंड में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के बाद सत्यप्रकाश परमार ने बताया कि प्रदेश में अगले छह महीनों में सभी 22 बस डिपो में ई-टिकट की व्यवस्था लागू हो जाएगी। प्रत्येक बस कंडक्टर को जीपीएस सिस्टम से युक्त इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन दी जाएगी। इससे कंडक्टर पंच की बजाए यात्रियों को इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन से टिकट बनाकर देंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि रोडवेज यात्रियों को एनसीएमसी कार्ड भी उपलब्ध करवाएगा। यह कार्ड पास होल्डर यात्रियों के अलावा अन्य यात्री भी प्राप्त कर सकते हैं।
यात्रियों को ये होगा फायदा
भिवानी से प्रतिदिन रोडवेज बसों में 20 से 30 हजार यात्री सफर करते हैं। कई बार बसों में यात्रियों की भीड़ के कारण कंडक्टर को टिकट बनाने में दिक्कत होती है। ऐसे में ई-टिकट प्रणाली लागू होने से कंडक्टर को टिकट बनाने में आसानी होगी।
ई-टिकट मशीन में जीपीएस सिस्टम होने से उच्चाधिकारियों को कार्यालय में बैठे हुए यह भी पता चल सकेगा कि किस रूट पर कौन सी बस चल रही है और कितनी टिकट बनाई गई है।
बस किसी स्टॉप बूथ पर कितने समय रुकी और किस स्पीड से बस चल रही है आदि जानकारी अधिकारियों को आसानी से उपलब्ध हो सकेगी।
एनसीएमसी कार्ड से ये होगा लाभ
एनसीएमसी कार्ड से यात्री नकद राशि की बजाए ऑनलाइन टिकट राशि का भुगतान कर सकेंगे। {विभाग के पास यात्री की यात्रा का भी रिकार्ड उपलब्ध होगा कि उसने कहां से कहां तक बस में यात्रा की है।
यात्री यह कार्ड रोडवेज बस के अलावा मेट्रो, पार्किंग आदि में भी टिकट राशि के भुगतान में उपयोग कर सकेगा।