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आशंकाओं का समाधान जरूरी:केंद्र को संजीदगी से किसानों की मांगों पर विचार कर हल निकालना चाहिए

किसानों की आशंकाओं का समाधान जरूरी:केंद्र को संजीदगी से किसानों की मांगों पर विचार कर हल निकालना चाहिए : मानकृषि कानूनों के विवाद को निपटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई एक्सपर्ट कमेटी में चयनित भूपिंदर सिंह मान कमेटी की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। पंजाब के किसान नेताओं में शुमार भूपिंदर सिंह मान ने कमेटी छोड़ी तो उनके इस्तीफे को लेकर धमकियों समेत कई कयास लगााए जाने लगें। दैनिक भास्कर ने उनके इस्तीफे व किसान आंदोलन को लेकर विचारों को जाना, तो मान बोले- किसानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस्तीफा दिया है। पढ़िए उनसे बातचीत के मुख्य अंश-

कमेटी से इस्तीफा क्या कोई दबाव था?

  • न तो मुझ पर किन्हीं विदेशी संगठनों या संस्थाओं का और न ही सत्ता पक्ष का दबाव था। न ही किसी से धमकी मिली है, जैसी अफवाहें कुछ लोगों द्वारा फैलाई जा रही हैं।

इस्तीफा देने का फैसला क्यों किया?

-मैं किसान, खेत मजदूर और जो किसानी से संबंध रखते हैं उनका सम्मान करता हूं। किसान ही कमेटी के समक्ष बात नहीं रखना चाहते और मैं इनकी आवाज को रिपोर्ट में शामिल नहीं कर सकता। मुझे कमेटी का सदस्य बने रहने का अधिकार नहीं। इसलिए इस्तीफा दिया है।

फैसला लेने में कोई दिक्कत?

  • जब सुप्रीम कोर्ट ने मुझे कमेटी का सदस्य बनाया तो मैंने 48 घंटे तक विचार किया। अंतर्मन से एक ही आवाज आई कि शायद यह संभव नहीं हो पाएगा। चीफ जस्टिस से बात की और इस्तीफा दे दिया।

किसान आंदोलन को लेकर आपका क्या दृष्टिकोण है?

  • किसानों की मांगे जायज हैं इसलिए वे 50 से अधिक दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हैं। केंद्र को संजीदगी से मांगों पर विचार कर हल निकालना चाहिए। उनकी कई आशंकाएं हैं जिनका समाधान न होता देख किसान आत्महत्या कर रहेे हैं। इसलिए मैं कानूनों के पक्ष में नहीं हूं।

किसानों की माली हालत में सुधार कैसे संभव?

  • अब तक बनी कमेटियां सरदारा सिंह जोहल कमेटी और जोशी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में किसानों की आमजन पर टैक्स की मार बताई है। किसान इन टैक्सों के कारण अपने जीवन स्तर में सुधार कर ही नहीं पाता, ऊपर कई बार मौसम की मार के कारण उसकी फसल को भारी नुकसान होता है। बहुत बार किसानों को उसकी फसल का उचित दाम भी नहीं मिल पाता, इसलिए उसकी स्थिति जस की तस बनी रहती है। सरकारों को इस पर काम करने की जरूरत है

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