सुविधाएं बढ़ीं:कैंसर रोगियों के लिए 8 माह बाद कल से शुरू होगी ओपीडीकोरोना के रोगी कम, अब कैंसर रोगियों पर होगा फोकस, 100 नर्स और 50 अतिरिक्त डॉक्टर मिलेकोरोना केस कम होने के बाद देश का नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट अब कैंसर रोगियों पर फिर से फोकस करने जा रहा है। केंद्र ने एनसीआई को कोविड-19 का अस्पताल घोषित कर दिया था, जिसके बाद से कैंसर रोगियों के इलाज में यहां कमी कर दी थी। ओपीडी की संख्या घटा दी गई थी। एनसीआई के प्रबंधन ने भी 18 जनवरी से पूरे फोकस के साथ एनसीआई का संचालन करने का फैसला लिया है।
अब उत्तर भारत के कैंसर रोगी जो अभी तक एनसीआई में नहीं आ पा रहे थे वे अब यहां आकर इलाज करा सकते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एनसीआई में लॉकडाउन के बाद पहली बार 100 अतिरिक्त स्टाफ नर्स और 50 अतिरिक्त डाक्टर की तैनाती भी कर दी है।
झज्जर के बाढ़सा स्थित एम्स टू परिसर में 60 एकड़ में 2000 बेड की क्षमता के साथ बने नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट मैं फ़िलहाल ब्रेन कैंसर को छोड़कर सभी तरह के कैंसर रोगियों का इलाज व ऑपरेशन करता है। कोविड-19 कार्यकाल में भी एनसीआई में कैंसर रोगियों के लिए ओपीडी खुली हुई थी, लेकिन डॉक्टर की ज्यादातर ड्यूटी कोविड-19 मरीजों की देखभाल में लगी होने के कारण मरीजों की संख्या कम हो गई थी। हालांकि कैंसर इमरजेंसी में पूरी तरीके से फोकस रखा जा रहा था।
ऑक्सीजन प्लांट की सुविधा मिली
नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट में कोरोना काल में तो रोजाना 70 से 80 सिलेंडर की सप्लाई एनसीआई आती थी अब इस व्यवस्था को बदलते हुए एनसीआई प्रबंधन ने अपने कैंपस में ही 13 हजार किलो लीटर की क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर दिया है। लिहाजा दावा किया जा रहा है कि ऑक्सीजन की कमी अब यह महसूस नहीं होगी। ऑक्सीजन प्लांट की इसी माह में शुरू हो जाएगा।
यह सुविधाएं हैं एनसीआई में
नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट में फिलहाल 9 फुली इंटीग्रेटेड मॉडलर ऑपरेशन थिएटर, 1 एमआरआई स्केनर मशीन, 2 पीटी स्केनर मशीन, 1 ब्रेकिंग थेरेपी मशीन, 2 लाइनर एस्केलेटर मशीन, 14 पीएल लैब, 60 इंटेंसिव केयर बेड, 20 न्यूक्लियर मेडिसिन बेड की सुविधा मौजूद है। साथ ही एशिया की पहली ऑटोमेटिक कोर लैब भी यहां संचालित है जहां एक बार में 60 हजार ब्लड सैंपल की जांच की जा सकती हैं।
6370 कोविड-19 मरीजों का हुआ इलाज
कोविड 19 के अस्पताल में तब्दील किए गए एसीआई में अब तक 6370 कोविड मरीजों का इलाज हो चुका है। इनमें से 6178 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। यहां 152 मरीजों की कोविड से मौत हुई।
18 से ओपीडी शुरू
हम 18 जनवरी से एनसीआई की सभी ओपीडी की शुरुआत करने जा रहे हैं। हमें 100 अतिरिक्त स्टाफ नर्स और 50 अतिरिक्त मिल गए हैं।