कोरोना दुनिया में:ब्राजील में लगातार 5वें दिन 1000 से ज्यादा लोगों की मौत,
January 17, 2021
बिल गेट्स बने अमेरिका के सबसे बड़े किसान:18 राज्यों में 2.42 लाख एकड़ खेत खरीदे
January 17, 2021

पड़ोसी देशों में भी वैक्सीनेशन की तैयारी:पाकिस्तान ने कोवीशील्ड को इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी

पड़ोसी देशों में भी वैक्सीनेशन की तैयारी:पाकिस्तान ने कोवीशील्ड को इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी; सीरम इंस्टीट्यूट इसे बना रहा; अब तक 12 से ज्यादा देशों से ऑर्डरपड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भारत में तैयार हो रही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन कोवीशील्ड के भरोसे ही है। शनिवार को इमरान सरकार ने कोवीशील्ड को पाकिस्तान में इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी दे दी है। इसके पहले इमरान खान चीन की कंपनी साइनोफार्म की वैक्सीन को भी इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी दे चुके हैं। इसके 10 लाख डोज का ऑर्डर भी दिया है। हालांकि, साइनोफार्म की वैक्सीन ‘स‍िनोवैक’ का अभी ट्रायल चल रहा है। उधर, कोवीशील्ड के लिए अब पड़ोसी देशों से ऑर्डर आने लगे हैं। इसे सीरम इंस्टीट्यूट तैयार कर रहा है।

भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू हो गया
पड़ोसी देश वैक्सीन के लिए अभी भारत पर निर्भर हैं। इस बीच, शनिवार से दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भारत में शुरू हुआ। देशभर के 3351 साइट्स पर 1 लाख 65 हजार 714 को पहले दिन टीका लगाया गया। शाम 7 बजकर 45 मिनट तक यह डेटा एक लाख 91 हजार 181 हो गया।

पाकिस्तान में फरवरी तक पहुंचेगी वैक्सीन
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के स्पेशल असिस्टेंट फैसल सुल्तान के मुताबिक, फरवरी तक वैक्सीन के 12 लाख डोज पाकिस्तान पहुंच जाएंगे। जियो न्यूज के मुताबिक, इमरान सरकार ने यह नहीं बताया कि इस वैक्सीन की कीमत क्या होगी। सुल्तान ने कहा, ‘नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर ने फ्रंटलाइन वर्कर्स का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। ये वे लोग हैं जिन्हें पहले फेज में वैक्सीनेट किया जाएगा। पहले फेज में 12 लाख वैक्सीन आएंगी। इसके बाद हम कुछ और ऑर्डर जारी करेंगे।’

पाकिस्तान सरकार ने प्राइवेट सेक्टर के लिए रजिस्ट्रेशन और कीमत अलग रखने का फैसला किया है। इसके लिए ड्रग रेग्युलेट्री अथॉरिटी ऑफ पाकिस्तान को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सरकार का कहना है कि आम लोगों का वैक्सीनेशन जून के बाद ही शुरू किया जाएगा। साथ ही यह उम्मीद भी जताई कि सितंबर तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।

कोवीशील्ड को कहां से मिले ऑर्डर?

नेपालः नेपाल ने अपनी 20% आबादी को वैक्सीनेट करने की योजना बनाई है। इसके लिए काठमांडू ने 12 मिलियन डोज मांगे हैं। विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने 14 जनवरी को अपनी यात्रा से पहले कहा था कि वे भारत सरकार के साथ वैक्सीन सप्लाई पर डील कर सकते हैं।
भूटानः भूटान ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड वैक्सीन के 10 लाख डोज मांगे हैं। इस वैक्सीन को पुणे का सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) बना रहा है।
म्यांमारः म्यांमार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के साथ पर्चेज कॉन्ट्रैक्ट किया है। म्यांमार ने चीन से भी कुछ वैक्सीन की डील की है। आंग सान सु की ने नए वर्ष में देश के नाम संदेश में कहा था कि भारत से पहले बैच की वैक्सीन खरीदने के लिए पर्चेज कॉन्ट्रैक्ट किया जा चुका है। म्यांमार ने अपने देश के गरीब लोगों के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के कोवैक्स प्रोग्राम और ग्लोबल अलायंस फॉर वैक्सीन एंड इम्युनाइजेशन (GAVI) से भी मदद मांगी है।
बांग्लादेशः बांग्लादेश ने भी कोवीशील्ड के 30 मिलियन डोज का अनुरोध किया है। नवंबर में बांग्लादेश के बेक्सिमको फार्मा ने सीरम से 30 मिलियन डोज खरीदने के लिए सहमति पत्र पर साइन किए थे। बांग्लादेश का ड्रग रेगुलेटर इस वैक्सीन को पहले ही अप्रूवल दे चुका है।
श्रीलंकाः श्रीलंका ने भी वैक्सीन मांगी है और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कोलंबो में राष्ट्रपति गोताबया राजपक्षे से बातचीत के दौरान इसका भरोसा भी दिलाया है। इस बीच, श्रीलंका की कोशिश यूएन-समर्थित कोवैक्स फैसिलिटी से भी वैक्सीन हासिल करने की है।
मालदीव्सः नंबर अभी तय नहीं है, पर मालदीव्स भी भारत के साथ वैक्सीन पर बातचीत कर रहा है।
अफगानिस्तानः भारत और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों की बैठक में वैक्सीन का मसला उठा था। इसके बाद अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अतमार ने सोशल मीडिया पर कहा था कि हम वैक्सीन के लिए भारत की ओर देख रहे हैं।
दुनिया के अन्य देशों ने भी मांगी मदद
ज्यादातर देश विश्व स्वास्थ्य संगठन के गावी-कोवैक्स अलायंस के जरिए भारत में बनी वैक्सीन हासिल करेंगे। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने देशों से कहा है कि वे द्विपक्षीय वैक्सीन डील्स न करें। अगर किसी देश ने अपनी जरूरत से ज्यादा वैक्सीन सिक्योर कर ली है तो उसे कोवैक्स के तहत डोनेट करें।

ब्राजीलः राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने मोदी को चिट्ठी लिखकर 2 मिलियन कोवीशील्ड वैक्सीन अर्जेंट बेसिस पर उपलब्ध कराने की अपील की है। दरअसल, ब्राजील में केस तेजी से बढ़ रहे हैं और इस वजह से वह जल्द से जल्द वैक्सीन चाहता है।
दक्षिण अफ्रीकाः दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले हफ्ते कहा था कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से उसे 1.5 मिलियन वैक्सीन मिलेंगी। जनवरी में एक मिलियन वैक्सीन मिलेंगी और बाकी अगले महीने।
जापानः सरकार ने फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन के 120 मिलियन डोज, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के 120 मिलियन, मॉडर्ना के 50 मिलियन और नोवावैक्स से 250 मिलियन डोज की डील की है।
दक्षिण कोरियाः सरकार ने फाइजर-बायोएनटेक और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका से 20-20 मिलियन डोज की डील की है। कोवैक्स फैसिलिटी से उसे 10 मिलियन डोज मिलेंगी।
ऑस्ट्रेलियाः ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने 140 डोज की व्यवस्था की है। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका से 53.8 मिलियन, नोवावैक्स से 51 मिलियन और फाइजर-बायोएनटेक से 10 मिलियन डोज की डील की है। कोवैक्स से उसे 25.5 मिलियन डोज मिलेंगी।
फिलीपींसः सरकार ने 50 मिलियन डोज की व्यवस्था की है। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के 2.6 मिलियन डोज का प्री-ऑर्डर किया है। फिलीपींस सरकार ने कहा है कि नोवावैक्स वैक्सीन की 30 मिलियन डोज के लिए उसकी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से बातचीत चल रही है। यह वैक्सीन जुलाई 2021 तक तैयार हो जाएगी।
इंडोनेशियाः इंडोनेशिया ने 338 मिलियन वैक्सीन डोज के ऑर्डर दिए हैं। इसमें चीनी कंपनियों सिनोवेक से 60 मिलियन, सिनोफार्म से 60 मिलियन और कैनसिनो बायोलॉजिक्स से 20 मिलियन डोज के ऑर्डर शामिल है। उसे ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के 100 मिलियन और नोवावैक्स की वैक्सीन के 30 मिलियन डोज मिलेंगे।
वियतनामः वियतनाम ने रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी के करीब 150 मिलियन डोज ऑर्डर किए हैं। इसके अलावा ब्रिटेन में विकसित वैक्सीन भी मांगी है।
थाईलैंडः सरकार ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के 26 मिलियन डोज खरीदी हैं। यह जून तक मिलेंगी। अगले साल तक 66 मिलियन डोज खरीदने की योजना है। बाकी डोज अमेरिका, चीन, ब्रिटेन और रूस के मैन्युफैक्चर्स और कोवैक्स के जरिए जुटाई जाएंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Updates COVID-19 CASES