प्रदेश में 10 माह बाद कल से खुलेंगे स्कूल:जिस स्कूल में पर्याप्त जगह, वे एक साथ सभी बच्चे बुला सकेंगेकोरोनाकाल के 10 माह बाद प्रदेश में सोमवार से 9वीं-12वीं तक के स्कूल खुल जाएंगे। अब नियमित संचालन होगा, लेकिन क्लासें ऑफलाइन मोड पर भी चलेंगी। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि विद्यार्थी के स्कूल में आने के लिए अभिभावक की स्वीकृति जरूरी है। जो बच्चा स्कूल न आना चाहे, उसके लिए ऑनलाइन क्लासें चलती रहेंगी।
ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से होगी पढ़ाई, बच्चे स्कूल आने को बाध्य नहीं, अभिभावक की स्वीकृति जरूरी
भास्कर एक्सपर्ट (सौरभ स्वामी, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, दामोदर गोयल, अध्यक्ष, एसयूपीएस, राजस्थान)
Q. क्या स्कूलों में नियमित कक्षाएं लगेंगी? – 18 जनवरी से नियमित कक्षाएं होंगी। डाउट क्लियर के लिए आने की छूट पहले से है। Q. क्या विद्यार्थी को स्कूल आना जरूरी है? – विद्यार्थी स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं हैं। अभिभावक की स्वीकृति अनिवार्य है। Q. क्या ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रहेगी ? – हां। सरकारी स्कूलों में नियमित रूप से ऑफलाइन कक्षा लगेंगी। जो विद्यार्थी स्कूल नहीं आएगा, उसकी पढ़ाई स्माइल प्रोजेक्ट से पहले की तरह जारी रहेगी। निजी स्कूल भ्ी ऑनलाइन कक्षा की व्यवस्था जारी रखेंगे। Q. एक ही कक्षा ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड में दो बार लगेगी। ऐसे में कोर्स पूरा कैसे होगा? – कोर्स पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। 60% सिलेबस पहले ही कम कर दिया है। कटौती के बाद बचे हुए कोर्स का ज्यादातर हिस्सा ऑनलाइन कराया जा चुका है। Q. क्लासरूम में सोशल डिस्टेंसिंग कैसे रखेंगे? – अलग-अलग कक्षाओं के लिए स्कूल आने व जाने का समय अलग रखा है। जिस स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग से बैठाने के पर्याप्त इंतजाम हैं, वे 9वीं से 12वीं के बच्चों को एक ही दिन बुला सकते हैं। क्लासरूम कम हैं तो 50% बच्चे ही आएंगे। Q. अगर किसी विद्यार्थी की तबीयत खराब होती है तो क्या व्यवस्था रहेगी? – अभिभावकों को कहा गया है कि बुखार या अन्य लक्षण होने पर बच्चे को स्कूल नहीं भेजें। प्रबंधन को निकटतम स्वास्थ्य केंद्र को स्कूल खुलने की सूचना देनी होगी। Q. बच्चों को लाने-ले जाने की क्या व्यवस्था है? – जिन स्कूलों में बालवाहिनी नहीं है, वहां बच्चों को स्कूल लाने व ले जाने की व्यवस्था अभिभावक करेंगे। Q. विद्यार्थी स्कूल नहीं आना चाहे तो उन्हें मोटिवेट करने के लिए क्या व्यवस्था रहेगी? – सीएम और मुख्य सचिव ने 18 जनवरी को आईएएस-आरएएस अफसरों को स्कूलों का विजिट करने के निर्देश दिए हैं। ताकि वे कोरोना गाइडलाइन का जायजा ले सकें। अभिभावकों का डर खत्म होगा। बच्चे मोटिवेट होंगे।