ग्लैंडर्स बीमारी का प्रकोप:अम्बाला में ग्लैंडर्स से दाे घाेड़ाें की माैत, सैंपलिंग की तैयारी,संबंधित जिलों के अधिकारियों को निर्देश जारीघाेड़ाें में हाेने वाली ग्लैंडर्स बीमारी अब प्रदेश में भी पैर पसारने लगी है। हाल ही में अम्बाला में दो घोड़ों की ग्लैंडर्स से मौत की पुष्टि हुई है, जिसके बाद अब वहां के 15 किलोमीटर के क्षेत्र में सैंपलिंग कराने के लिए पशुपालन विभाग को लिखा गया है। वहीं वैज्ञानिक मालिकों को भी एहतियात बरतने की अपील कर रहे हैं। बता दें कि उत्तराखंड, यूपी और पंजाब में भी 29 घोड़े पॉजिटिव आए हैं।
राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. यशपाल शर्मा और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. हरिशंकर सिंघा ने बताया कि सभी पॉजिटिव रिपोर्ट संबंधित जिलों के अधिकारियों काे भेजी गई है। घाेड़ाें के संपर्क में रहने वाले मनुष्य की भी सैंपलिंग कराने काे कहा गया है।
राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. हरि शंकर सिंघा ने बताया कि यह एक संक्रामक रोग है। इसके बैक्टीरिया सेल में प्रवेश कर जाते हैं। इलाज से भी ये पूरी तरह नहीं मरते हैं। ऐसे में दूसरे जानवर और इंसान भी इससे संक्रमित हो जाते हैं। यह बीमारी ऑक्सीजन के जरिए फैलती है। शरीर में गांठे पड़ जाती हैं। गांठों में संक्रमण होने के कारण घोड़ा उठ नहीं पाता है और बाद में उसकी मृत्यु हो जाती है।