बर्ड फ्लू:करनाल में 50 हजार मुर्गियों की मौत, अंडे व चिकन की सप्लाई जारीपोल्ट्री मालिकों का आरोप- बर्ड फ्लू फैलने की वास्तविकता नहीं बता रहा विभाग
कोहंड क्षेत्र के पोल्ट्री फार्म्स में बड़े स्तर पर मुर्गियों के मरने से पोल्ट्री फार्मो के शैड खाली हो रहे है। मरी हुई मुर्गियों को दफनाने की जगह कम पड़ती जा रही है। पोल्ट्री मालिकों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक करीब 50 हजार से अधिक मुर्गियों की मौत हो चुकी है। पोल्ट्री मालिकों का आरोप है कि सरकारी विभाग बर्ड फ्लू फैलने की वास्तविकता को दबाने के प्रयास कर रहा है। बर्ड फ्लू फैलने की आशंका के बावजूद इस एरिया के पोल्ट्री फार्मों से अंडे व चिकन की सप्लाई जारी है।
कोहंड स्थित कैलाश पोल्ट्री फार्म के मालिक कैलाश चंद ने बताया कि डाक्टरों की टीम चेकिंग के लिए आई थी, लेकिन वे असलियत सामने नहीं ला रहे। पोल्ट्री फार्म मालिक मुर्गियों की मौत का आंकड़ा छिपा रहे हैं। डाॅक्टर मुर्गियों की मौत का कारण ठंड साबित करना चाहते हैं, जबकि इतने बर्ड की मौत ठंड से नहीं हो सकती।
रोजाना बड़ी संख्या में मुर्गियां मरने के कारण पोल्ट्री मालिक के लिए मरी हुई मुर्गियों को डिस्पोज करना बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। फार्म में काम करने वाले कर्मचारी बीमार हो रहे हैं। पोल्ट्री फार्म बीमारी की चपेट में हैं, लेकिन यहां से अंडे और चिकन की सप्लाई की जा रही है। मुर्गियों के मरने की आशंका से सस्ते दामों पर मुर्गी व अंडे बेचे जा रहे हैं।
पहले अंडे का भाव 580 रुपए सैंकड़ा तक पहुंच गया था, जबकि चिकन 80 रुपए किलो था। अब अंडे का भाव 350 रुपए व चिकन का रेट 20 रुपए तक आ गया है। पशु पालन विभाग के उपनिदेशक डा. धर्मेंद्र ने बताया कि कोहंड पोल्ट्री एरिया में कुछ बर्ड मरने की सूचना मिली थी, जिसके बाद उनकी टीम एतिहात के तौर पर कैलाश पोल्ट्री फार्म से सेंपल लिए थे। अभी सेंपल की रिपोर्ट नहीं आई है।