गणतंत्र दिवस परेड की रिहर्सल:राजपथ पर ITBP के जवानों ने परेड की रिहर्सल की, कोरोना की वजह से इस बार जवानों की संख्या में घटाई गईगणतंत्र दिवस की तैयारियां अपने आखिरी दौर में हैं। इसी के मद्देनजर सुरक्षा बलों के जवानों ने शुक्रवार को राजपथ पर रिहर्सल में भाग लिया। दिल्ली की कड़कड़ाती सर्दी में सुबह-सुबह भारत-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवानों पूरे जोशों-खरोश के साथ परेड में हिस्सा लिया। कोरोना की वजह से परेड के लिए कई बदलाव किए गए हैं। दर्शक दीर्घा के साथ-साथ परेड में शामिल जवानों की संख्या में भी बदलाव किया गया है।
कोरोना की वजह से हुए बदलाव
NSG कमांडो परेड में एक-दूसरे से 1.5 मीटर से अधिक दूरी पर मार्च करेंगे। इससे पहले वह राजपथ पर कंधे से कंधा मिलाकर चलते थे।
पिछले साल के मुकाबले इस साल सिर्फ 40% जवान ही परेड में हिस्सा लेंगे।
इस साल राजपथ पर कुल 32 झाकियां निकाली जाएंगी। 17 झाकियां राज्यों की, बाकी केंद्रीय मंत्रालयों की होंगी।
इस बार परेड को 8.5 किलोमीटर से घटाकर 3 किलोमीटर कर दिया गया है।
इस बार चीफ गेस्ट के रूप में कोई भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल नहीं होगा।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री का भारत दौरा रद्द
इससे पहले 26 जनवरी को चीफ गेस्ट के रूप में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को आमंत्रित किया गया था। हालांकि ब्रिटेन में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए उन्होंने भारत दौरा रद्द कर दिया था।
आर्मी डे : सेना ने दिखाया स्वदेशी ड्रोन का कमाल
सेना ने पहली बार शुक्रवार को दिल्ली छावनी में आयोजित सेना दिवस परेड के दौरान अटैकिंग ड्रोन टेक्निक का प्रदर्शन किया। भारतीय सेना ने पिछले साल अगस्त में 5, अक्टूबर में 20 और दिसंबर में 35 ड्रोन खरीदे थे। ये ड्रोन अत्याधुनिक AI संचालित हैं, जो टारगेट एरिया में सटीक ऑपरेशन में सक्षम हैं। यह ड्रोन स्वचालित होने के साथ ही कई तरह के मिशनों में उपयोग में लाए जा सकते हैं।
इस दौरान सेना ने 75 स्वदेशी ड्रोन को भी लाइव प्रदर्शित किया, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सुसज्जित ड्रोन शामिल थे। ये ड्रोन 40 किलोमीटर तक दुश्मन के इलाके में गहरी उड़ान भर सकते हैं।