टाटा एक बार फिर देश का सबसे बड़ा समूह:टाटा ने अंबानी से 6 माह में ही छीना सबसे बड़े कारोबारी घराने का रुतबाअंबानी का रिलायंस समूह मार्केट कैप के हिसाब से तीसरे स्थान पर लुढ़का
टीसीएस, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील के शेयरों में तेजी ने दिलाया शीर्ष
पिछले साल जुलाई में टाटा समूह को पछाड़कर देश का सबसे बड़ा कारोबारी घराना बना रिलायंस समूह छह महीने भी शीर्ष पर नहीं रह सका। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाला रिलायंस समूह बाजार मूल्य के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। दूसरी ओर, अपनी फ्लैगशिप कंपनी टीसीएस के शानदार प्रदर्शन के बदौलत टाटा समूह एक बार फिर सबसे बड़ा कारोबारी घराना बन गया है।
वहीं, वित्तीय शेयरों में आई तेजी के चलते एचडीएफसी समूह देश का दूसरा सबसे बड़ा समूह बन गया है। हालांकि, रिलायंस अब भी देश की सबसे बड़ी कंपनी बनी हुई है। जुलाई 2020 में टाटा ग्रुप की 17 सूचीबद्ध कंपनियों का कुल मार्केट कैप 11.32 लाख करोड़ रु. था, जबकि रिलायंस का मार्केट कैप 13 लाख करोड़ रु. के ऊपर पहुंच गया था।
सितंबर तक रिलायंस के शेयर के भाव बढ़ते रहे और 16 सितंबर को रिलायंस का मार्केट कैप 16 लाख करोड़ के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया। लेकिन, इसके बाद रिलायंस के शेयर गिरने लगे और अब उसका मार्केट कैप 12.22 लाख करोड़ रु. रह गया है। इसी बीच टीसीएस की अगुवाई में टाटा ग्रुप की कंपनियों टाटा मोटर्स और टाटा स्टील में आई तेजी के चलते समूह का कुल मार्केट कैप 16.69 लाख करोड़ रु. के पार पहुंच गया, जो रिलायंस समूह से करीब 36% ज्यादा है।
उतार-चढ़ाव के कारणः सैमको सिक्युरिटीज के रिसर्च हेड उमेश मेहता के मुताबिक
टाटा: टीसीएस ने कोरोनाकाल में कई बड़े सौदे किए। इससे कंपनी के शेयरों में रैली अब भी बरकरार है। दूसरी ओर स्टील की कीमतें बढ़ने से टाटा स्टील का फायदा हुआ। टाटा मोटर्स के शेयर भी जुलाई के बाद 100% से ज्यादा बढ़ चुके हैं।
रिलायंस: फेसबुक, गूगल तक से निवेश हासिल करने की वजह से रिलायंस के शेयर बढ़ गए थे। अब इसमें करेक्शन आ रहा है। अरामको सौदे पर सवालिया निशान से निवेशकों का सेंटीमेंट बिगड़ा है। ग्रुप के शेयर सितंबर के बाद 20% तक गिर चुके हैं।
एचडीएफसी: समूह की चार कंपनियां सूचीबद्ध हैं और चारों ही वित्तीय सेवा से जुड़ी हैं। वित्तीय कंपनियों में नवंबर में मोरटोरियम से जुड़ा कोर्ट का फैसला आने के बाद तेजी शुरू हुई थी। इस वजह से इस ग्रुप का कुल मार्केट कैप तेजी से बढ़ रहा है।
एक के बाद एक नए निवेश से रिलायंस के शेयर वास्तविक वैल्यूएशन से महंगे हो गए थे। वहीं, टाटा की तीन बड़ी कंपनियों टीसीएस, टाटा मोटर्स और टाटा स्टील में एक साथ शुरू हुई बढ़त से समूह तेजी से आगे बढ़ा है।