किसान आंदोलन:इनेलो ट्रैक्टर पर निकलेगी, कांग्रेस पैदल मार्च निकाल राजभवन घेरेगीकांग्रेस प्रभारी, प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष पहले करेंगे मंथन फिर पहुंचेंगे राजभवन
किसान आंदोलन पर राज्य में सियासत उफान पर है। किसानों द्वारा मंत्रियों के कार्यक्रमों का विरोध करने के बाद विपक्ष और ज्यादा आक्रमक हो गया है। गृह मंत्री अमित शाह के सुझाव के बाद भाजपाई जहां अब सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं करेंगे, वहीं शुक्रवार को इनेलो ट्रैक्टर यात्रा लेकर पूरे प्रदेश में निकलेगा। वहीं, कांग्रेस भी चंडीगढ़ में राजभवन का घेराव करेगी। विपक्ष अब कृषि कानूनों के मुद्दे को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। कांग्रेस पूरे दलबल के साथ राजभवन घेराव को पहुंचेगी। इससे पहले पार्टी के सीनियर नेता मुख्यालय में मंथन भी करेंगे।
कांग्रेस शुक्रवार को किसान अधिकार दिवस के रूप में मनाएगी: कांग्रेस का कहना है कि वह शुक्रवार को किसान अधिकार दिवस के रूप मनाएगी। इसलिए राजभवन को घेरा जाएगा, जिसमें हरियाणा के प्रभारी विवेक बंसल, प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई सीनियर नेता मौजूद रहेंगे। इस दौरान तीन कृषि कानूनों के साथ पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का भी विरोध होगा। सभी नेता पार्टी कार्यालय से राजभवन तक मार्च करेंगे।
इनेलो अम्बाला से शुरू करेगी ट्रैक्टर यात्रा
इनेलो विधायक अभय चौटाला शुक्रवार को ही अम्बाला से अपनी ट्रैक्टर यात्रा शुरू करेंगे, जिसका समापन शनिवार को सिंघु बॉर्डर पर होगा। यह यात्रा कई जिलों से होकर गुजरेगी। दूसरी यात्रा 20 जनवरी को तोशाम से शुरू होगी, जो अगले दिन मसानी बैराज के धरना स्थल पर खत्म होगी। आखिरी यात्रा उनके बेटे अर्जुन चौटाला 22 जनवरी को पंचकूला के पिंजौर से शुरू करके दूसरे दिन सिंघु बॉर्डर पर खत्म करेंगे। अभय चौटाला और उनके बेटे इस यात्रा के जरिए प्रदेश की 35 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेंगे। चौटाला कृषि कानूनों पर स्टे के फैसले का स्वागत किया। परंतु इसके साथ ही कृषि कानूनों के लिए गठित कमेटी पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस 15 को राजभवन व राज्यपाल का घेराव करेगी
घरौंडा, कृषि कानूनों के खिलाफ बसताड़ा टोल किसानों का धरना प्रदर्शन व क्रमिक भूख हड़ताल 21वें दिन भी जारी रही। प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा भी किसानों के समर्थन में पहुंची। उन्होंने कहा कि 15 को कांग्रेस प्रदेश के राजभवन और राज्यपाल का घेराव करेगी। राज्यपाल मिलने का समय नहीं देते, कई बार उनसे मुलाकात के लिए का समय मांगा गया था, मजबूरन उन्हें घेराव का कदम उठाना पड़ेगा। कुमारी सैलजा हाईवे के टोल पर जारी किसानों के आंदोलन को समर्थन देने पहुंची थी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों को बरगलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का सहारा लिया है।