पहले बाबा और अब चेली नजर आई:बर्ड फ्लू के खतरे के बीच कबूतरों को दाना डालते दिखी हनीप्रीत, डेरा सिरसा में रह रही हैजेल से रिहा होने के बाद हनीप्रीत डेरा सच्चा सौदा सिरसा में रह रही है
दंगे भड़काने के आरोप में दो साल सेंट्रल जेल अंबाला में कैद रही थी
राम रहीम का अस्पताल वाला वीडियो सामने आने के बाद अब बाबा की चेली हनीप्रीत का वीडियो सामने आया है। वीडियो में वह कबूतरों को दाना डालते दिखाई दे रही है। ऐसे में जहां देश में बर्ड फ्लू महामारी फैली है, वहां हनीप्रीत का कबूतरों के साथ सिरसा के डेरे में दिखी है। जेल से रिहा होने के बाद हनीप्रीत डेरा सच्चा सौदा सिरसा में रह रही है। डेरे में इन दिनों 25 जनवरी 2021 को होने वाले शाह सतनाम के जन्मदिवस उत्सव की तैयारियां चल रही हैं।
यह है पंचकूला हिंसा का मामला
साध्वी यौन शोषण मामले में राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद 25 अगस्त 2017 को पंचकूला में हिंसा भड़की थी। इसमें 36 लोगों की जान गई थी। हनीप्रीत पर दंगे भड़काने का आरोप लगा था, इसलिए पुलिस को उसकी तलाश थी। लेकिन हनीप्रीत फरार हो गई थी और 38 दिन बाद 3 अक्तूबर 2017 को वह खुद सामने आई और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। 23 अक्तूबर 2017 से उसे अंबाला की सेंट्रल जेल में भेजा गया था।
जांच पड़ताल करते हुए मामले में पुलिस ने 1200 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में पेश की थी। इसमें IPC की धारा 216, 145, 150, 151, 152, 153 और 120बी के तहत देशद्रोह के आरोप तय किए गए थे। जिन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी, उनमें हनीप्रीत, उसकी साथी सुखदीप कौर, राकेश कुमार अरोड़ा, सुरेंद्र धीमान इंसां, चमकौर सिंह, दान सिंह, गोविंद राम, प्रदीप गोयल इंसां और खैराती लाल शामिल थे।
2 नवंबर 2019 को पंचकूला कोर्ट ने हनीप्रीत समेत 15 आरोपियों पर मामले में लगी देशद्रोह की धारा हटाई थी। इसके बाद हनीप्रीत ने जमानत याचिका दाखिल की थी, जो मंजूर हो गई थी और 6 नवंबर 2019 को हनीप्रीत जेल से बाहर आ गई थी। जेल से बाहर आने के बाद वह डेरे में राम रहीम के परिजनों के साथ नजर आई। इसके बाद वह कई बार राम रहीम से मिलने जेल भी गई। इन दिनों वह डेरे में ही रह रही है।
कौन है हनीप्रीत
हनीप्रीत का जन्म 21 जुलाई 1980 को हरियाणा के फतेहाबाद में हुआ था। हनीप्रीत का नाम असल में प्रियंका तनेजा था। हनीप्रीत ने डीएवी स्कूल फतेहाबाद से दसवीं की परीक्षा पास की थी। हनीप्रीत को नाचने, गाने और अभिनय का बहुत शौक था। हनीप्रीत का परिवार पहले फतेहाबाद के जगजीवनपुरा में रहता था। उसके दादा लंबे समय से डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी थे। पिता का नाम रामानंद तनेजा व मां आशा तनेजा है।
रामानंद का नेशनल हाइवे पर किसान टायर्स नाम से शोरूम था, लेकिन वे अपनी सारी प्रॉपर्टी बेचने के बाद अब डेरा सच्चा सौदा में सीड्स प्लांट चला रहे हैं। हनीप्रीत की छोटी बहन निशा की शादी फतेहाबाद निवासी संजू बजाज से हुई है। संजू गुरुग्राम में बिजनेस करते हैं। हनीप्रीत का भाई साहिल पिता के साथ कामकाज में हाथ बंटाता है। हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा 16 बरस की उम्र में राम रहीम की शरण में आ गई थी।
हनीप्रीत ने 1996 में डेरे के स्कूल में 11वीं क्लास में दाखिला लिया था। डेरे में राम रहीम की नजर उस पर पड़ी। फिर 2009 में राम रहीम ने डेरे में ही हनीप्रीत की शादी विश्वास गुप्ता के साथ कराई। साथ