ग्राम सचिव का पेपर लीक करने का मामला:2 मास्टरमाइंड समेत 4 और लोगों के नाम सामने आए, पेपर सॉल्व का दिया था ठेकाग्राम सचिव के पेपर लीक करने की साजिश के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित
सीएम बोले- पेपर लीक नहीं हुआ, 1 परीक्षार्थी से चिप मिली
ग्राम सचिव का पेपर लीक करने की साजिश के मामले में मंगलवार काे पुलिस काे साॅल्वर गैंग में शामिल 4 और लोगों की जानकारी मिली है। पुलिस ने इनका नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया है। इनमें 2 बड़े मास्टरमाइंड बताए जा रहे हैं। इन्होंने दिल्ली पुलिस के एसआई विश्वजीत के भाई रोहतक निवासी पुष्पेंद्र को ऑन्सर-की तैयार करने का ठेका दिया था।
पुष्पेंद्र ने समालखा के पैराडाइज स्कूल में रविवार को सुबह के सत्र में परीक्षा भी दी थी। इस मामले में पैराडाइज स्कूल के मालिक जगदीप सहित 14 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पानीपत के एसपी शशांक कुमार ने जांच के लिए एसआईटी बना दी है। इसमें एएसपी आईपीएस पूजा वशिष्ट, समालखा एसएचओ अंकित कुमार, सीआईए-2 के इंचार्ज विरेन्द्र सिंह शामिल किए गए हैं। रिमांड पर लिए गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। उधर, सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पेपर लीक नहीं हुआ। एक जगह शिकायत आई है। एक अभ्यार्थी के पास से चिप बरामद हुई है।
हिसार: जैमर ठेकेदार ने कारिंदे से भिजवाई थी ई-डिवाॅइस
हिसार में परीक्षा केंद्रों में जैमर का ठेका लेने वाले टोकस निवासी संदीप उर्फ यशपाल ने परीक्षार्थी किरोड़ी निवासी प्रवीण से परीक्षा केंद्र सेंट कबीर स्कूल में ई-डिवाॅइस मुहैया कराने के लिए 2 लाख रुपए में सौदा किया था। परीक्षा के दिन संदीप ने किरोड़ी निवासी रूपेश को सेंटर में जैमर ऑपरेटर लगाकर उसके हाथों प्रवीण तक ई-डिवाइस पहुंचाई थी।
परीक्षा केंद्र के बाहर गाड़ी में मतलौडा निवासी जगबीर (गाड़ी मालिक) और किरोड़ी निवासी प्रदीप बैठे थे, जिन्होंने वॉकी-टॉकी से प्रवीण को प्रश्नों की आंसर-की तक बताई थी। उधर, सिरसा में परीक्षार्थी नरेश कुमार को ऑन्सर-की भेजने वाला भिवानी का बिजेंद्र घर से फरार मिला है। उससे पूछताछ के लिए पुलिस ने उसके घर दबिश दी थी।