सियासी गतिविधियां तेज:निर्दलीय विधायकों से मिले सीएम, दिल्ली में आज अमित शाह से मिलेंगे भाजपा और जजपा के प्रदेशाध्यक्षजजपा ने भी आज दिल्ली में बुलाई बैठक, आंदोलन पर चर्चा संभव
किसान आंदोलन को लेकर प्रदेश में सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। भाजपा और जजपा के नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मंगलवार को मुलाकात करेंगे। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने बताया कि शिक्षा मंत्री कंवर पाल, जेजेपी के प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह गृह मंत्री से मिलेंगे।
दूसरी ओर जजपा ने भी मंगलवार को नई दिल्ली में विधायकों व पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। दुष्यंत जजपा विधायकों व पदाधिकारियों से बातचीत के बाद सीएम के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। बता दें कि सरकार के खिलाफ कांग्रेस बार-बार विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव की मांग कर रही है।
सोामवार को सीएम मनोहर लाल ने प्रदेश के चार निर्दलीय विधायकों के साथ बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के आवास पर लंच किया। इस दौरान आंदोलन को लेकर बातचीत हुई। करीब डेढ़ घंटे तक सीएम ने निर्दलीय विधायकों के साथ किसान आंदोलन और प्रदेश की सियासी गतिविधियों को लेकर बातचीत की। बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने करनाल के कैमला में किसान महापंचायत के दौरान हुए घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि सीएम ने धैर्य रखा, वरना राज्य सरकार के पास पुलिस फोर्स है, कार्रवाई के आदेश दिए जा सकते थे। पूंडरी के विधायक रणधीर गोलन ने कहा कि हम खुद किसान हैं और सरकार भी किसानों के साथ हैं। नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गोंदर ने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों की समस्या का हल निकालना चाहिए। बादशाहपुर विधायक राकेश दौलताबाद भी बैठक में मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री आज जाएंगे दिल्ली, केंद्रीय गृह मंत्री से हो सकती है मुलाकात
सीएम मनोहर लाल आज नई दिल्ली जाएंगे, जहां उनकी कई केंद्रीय मंत्रियों व नेताओं के साथ मुलाकात होगी। पिछले काफी समय से चल रहे किसान आंदोलन के मुद्दे पर वे केंद्रीय मंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे। वे करनाल के कैमला गांव में किसान महापंचायत को लेकर हुए घटनाक्रम पर भी फीडबैक दे सकते हैं। बता दें कि कैमला में विवाद के बाद पुलिस ने 71 प्रदर्शनकारियों को नामजद करते हुए करीब 900 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
आंदोलनरत किसानों के साथ टकराव के हालात पैदा ना करे सरकार: हुड्डा
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जानबूझकर किसानों के साथ टकराव के हालात पैदा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जब केंद्र और किसानों के बीच में बातचीत चल रही है तो मुख्यमंत्री ऐसे आयोजन क्यों कर रहे हैं। हुड्डा ने कहा कि सरकार चाहती तो विरोध को देखते हुए वक्त रहते ही आयोजन को रद्द करके तनावपूर्ण स्थिति पैदा होने से रोक सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया। आंदोलन के दौरान सरकार को संयम रखना चाहिए।