किसान आंदोलन:कोर्ट में सुनवाई की अपडेट लेते रहे किसान, सरकार को फटकार से खुश हुए, फैसला न आने से मायूसकिसान नेता बोले- कानूनों पर रोक के बाद भी जारी रहेगा आंदोलन, कानून रद्द करने के बाद ही उठेंगे
किसानों के आईटी सैल ने लगातार किसानों को दी अपडेट, सुनवाई के बाद किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने मंच पर आकर बताई सुनवाई की पूरी कहानी
कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों को 8 जनवरी की मीटिंग बेनतीजा रहने के बाद से ही सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का इंतजार था। सोमवार को सुनवाई शुरू होते ही किसान लगातार फोन और टीवी पर अपडेट लेते रहे। किसानों के डेरे में पदाधिकारी लगातार उन किसान नेताओं के संपर्क में थे, जो सुनवाई के दौरान कोर्ट में मौजूद रहे। वो फोन पर अपडेट लेकर इधर-उधर काम कर रहे। कुंडली बॉर्डर पर मंच पर भी दिनभर चर्चा रही, जो भी वक्ता मंच पर बोलने के लिए जा रहा था वो किसान नेताओं से अपडेट लेकर किसानों को बता रहा था।
जब सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई और किसानों के पक्ष में जज बोले तो उससे बॉर्डर पर बैठे किसानों में आस जागी। हर कोई एक-दूसरे के पास जाकर बता रहा था कि कोर्ट अपने पक्ष में बोल रही है। इससे किसानों के चेहरे पर अलग मुस्कान थी। मंच पर वाहेगुरु के जयकारे लगने लगे। किसानों को लगा जैसे की आज वे जीत जाएंगे और जल्द अपने घर लौट पाएंगे।
इसके बाद जब कानूनों पर रोक लगाने और कमेटी बनाने की कोर्ट में हुई वार्ता के बारे में पता चला तो किसानों की खुशी कम हो गई। इसके बाद किसानों के बीच में चर्चा होने लगी कि अगर कोर्ट ऐसा करती है तो अपना क्या फैसला रहेगा। फोन पर किसान नेताओं ने किसानों को स्पष्ट किया कि अभी कुछ फाइनल निर्णय नहीं आया है, पर हमें उम्मीद है कि हमारे पक्ष में फैसला आएगा। अगर केवल कानूनों पर रोक लगाई गई तो हम यहीं बैठकर आंदोलन करते रहेंगे। घर तो तभी जाएंगे जब कानून रद्द किए जाएंगे, वे सरकार करे या फिर सुप्रीम कोर्ट।
शाम तक थी फैसले की आस, और बढ़ गया इंतजार
सुनवाई के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा लिया और दिनभर चर्चा रही की शाम को कोर्ट कुछ फैसला सुना सकती है। आगे की सुनवाई अगले दिन भी जारी रहेगी, जिसके बाद से किसान शाम तक इंतजार करते रहे कि कोर्ट से उनके पक्ष में कोई निर्णय जरूर आएगा। हालांकि शाम को उन्हें जब पता चला कि निर्णय मंगलवार को आएगा तो किसानों की सुबह वाली खुशी फिर से मायूसी में बदल गई। चर्चा थी कि कोर्ट में भी इंतजार लंबा होता जा रहा है।
मंच से बोले- निराश न हों, हमारे हक में जरूर आएगा फैसला
कोर्ट में सुनवाई के बाद पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कुंडली बॉर्डर के मंच पर जाकर सुनवाई के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कैसे सरकार के वकील किसानों के सवालों का कोर्ट में जवाब नहीं दे पाए। निराश न हों, मंगलवार को कोर्ट अपने पक्ष में कोई फैसला जरूर देगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोर्ट केवल कानूनों पर रोक लगाती है, कमेटी बनाती है तो हम मीटिंगों में जाते रहेंगे, लेकिन आंदोलन खत्म नहीं करेंगे।