अब मेकअप भी वर्चुअल:ऑनलाइन मीटिंग के लिए मेकअप की जरूरत नहीं, डिजिटली तैयार हों, सबको लगेगा मेकअप किया हैकोरोना काल में ऑनलाइन मीटिंग के लिए नया ट्रेंड, खर्च बिल्कुल नहीं
कोराेना काल में प्रतिबंध बढ़े तो कामकाजी महिलाओं का घर से निकलना लगभग बंद हो गया। वहीं डिजिटल क्लास और मीटिंग का ट्रेंड बढ़ गया। यह सिलसिला अब भी जारी है। क्लास और मीटिंग ऑनलाइन एप पर हो रही हैं। हालांकि सजने-संवरने की महिलाओं की मशक्कत कम नहीं हुई। उन्हें ऑनलाइन मीटिंग के लिए भी तैयार होने में उतना ही समय लग रहा है, जितना ऑफिस के लिए तैयार होने में लगता था।
इसी समस्या को ध्यान में रखकर अब वर्चुअल मेकअप टूल का ट्रेंड आया है। इसमें ऑनलाइन मीटिंग से जुड़ने से पहले मेकअप की जरूरत नहीं पड़ती। बस, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मौजूद विकल्पों में से एक चुनिए। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जाते ही आपका सामान्य चेहरा मीटिंग में शामिल लोगों को ऐसा दिखेगा, जैसे आपने मेकअप किया है।
अपनी तरह की पहली ई-मेकओवर रेंज ऑगमेंटेड रियलिटी तकनीक पर काम करती है। इसके लिए प्लेटफॉर्म पर कई डिजिटल लुक उपलब्ध हैं। इसे कैट मॉस से लेकर लेडी गागा के साथ काम कर चुकी ग्लोबल मेकअप डायरेक्टर वैल गारलैंड ने तैयार किया है। इसके फिल्टर आइकन पर टैप करने के बाद आप किसी एक विकल्प को चुन सकती हैं। ट्राई इट फंक्शन में आप यह भी चेक कर सकती हैं कि आप पर मेकअप का कौन सा शेड अच्छा लगेगा।
आप आईलाइनर के साथ ही बीड्स, ग्लॉस सेक्शन में भी मनपसंद शेड चुन सकती हैं। इस प्रयोग से जुड़े एक्जीक्यूटिव क्रिएटिव डायरेक्टर पास्कर रोटवील के मुताबिक, इन दिनों युवा सोशल मीडिया पर अधिक सक्रिय रहते हैं। वीडियो कॉल्स भी करते हैं। उन तक पहुंच बनाने के लिए ही ऐसे प्रयोग किए जा रहे हैं।
2020 में ब्यूटी इंडस्ट्री को 30% घाटे का अनुमान
कोरोना महामारी ने ब्यूटी इंडस्ट्री को भी खासा नुकसान पहुंचाया है। रिटेल आउटलेट बंद रहे, एयर ट्रेवल पर रोक हाने से ड्यूटी-फ्री शॉपिंग पर भी असर पड़ा। मैकिन्जे ने अनुमान जताया है कि ब्यूटी इंडस्ट्री का राजस्व 2020 में 30% तक घट सकता है। इसी संकट ने बड़े अंतरराष्ट्रीय फैशन ब्रांड को ऑनलाइन ब्यूटी टूल्स लॉन्च करने पर मजबूर किया है। इंडस्ट्री के विशेषज्ञों के मुताबिक, अब तक अलग-अलग एप पर कई तरह के फिल्टर जरूर मौजूद थे, लेकिन वर्चुअल मीटिंग के लिए ऐसा प्रयास पहली बार है।