कायाकल्प:तालाब को जल्द बनाया जाएगा पर्यटन स्थल, मनोरंजन के साथ धार्मिक आस्था के केंद्र रूप में किया जाएगा विकसितशहर के ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहर श्यामसर तालाब को इस साल नया रूप देकर पर्यटन स्थल बनाया जाएगा। श्यामसर तालाब को पर्यटन स्थल बनाने के लिए पिछले साल आर्किटेक्ट ने 27 करोड़ रुपये का एस्टीमेट बनाया था। मगर नगर परिषद ने दूसरे आर्किटेक्ट को हायर कर नक्शा तैयार करवाया तो 6 करोड़ 58 लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार किया गया है।
जिसे विभाग ने मंजूरी दे दी और पिछले सप्ताह टेंडर भी लगा दिया था। मगर यह टेंडर तकनीकी खामियों के कारण रद्द हो गया था। ऐसे में अब इस सप्ताह दोबारा से पर्यटन स्थल बनाने के लिए टेंडर लगाया जाएगा। जल्द ही दूर दूर से श्रद्धालु अब श्यामसर तालाब के दर्शन करने आने लगेंगे वहीं शहर को भी एक नई पहचान मिलेगी।
बीच में तालाब तो चारों तरफ बनेगा ट्रैक
श्यामसर तालाब शहर के बीचों बीच बना हुआ है। ऐसे में पूरे शहर के लोग आसानी से इस जगह घूमने पहुंच सकते हैं। इसलिए पूरे श्यामसर तालाब के चारों तरफ 10-10 फुट चौड़ा रेसिंग ट्रैक बनाया जाएगा। ताकि लोग यहां आसानी से टहल भी सकते हैं और युवा यहां रैसिंग भी कर सकेंगे। इस ट्रैक के साथ खुली हवा और पानी की ठंड का काफी फायदा मिलेगा।
गंदगी से अट रहे तालाब को पर्यटन स्थल बनाने के लिए हुई थी सीएम घोषणा
शहर का ऐतिहासिक श्यामसर तालाब से लोगों की धार्मिक आस्थाएं जुड़ी हुई हैं। मगर लंबे समय से इसकी देखरेख नहीं हो पाने से लोगों ने इसमें ही गंदगी डालनी शुरू कर दी थी। घरों से निकलने वाला गंदा पानी भी बहकर इसी तालाब में जाता था। ऐसे में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने 18 सितंबर 2016 में दादरी के अंदर रैली कर श्रद्धालुओं की मांग पर ऐतिहासिक श्यामसर तालाब का जीर्णोद्धार कर पर्यटन स्थल बनाने की घोषणा की थी। ऐसे में 2019 में एक कंपनी ने यहां पर्यटन स्थल बनाने के लिए करीब 27 करोड़ का एस्टीमेट तैयार किया था जिसे मंजूरी भी मिल गई थी। मगर कुछ दिन बाद ही दूसरी कंपनी हायर की गई जिसने पर्यटन स्थल बनाने के लिए 6 करोड़ 58 लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार किया।
रेसिंग ट्रैक पर लगाए जाएंगे साउंड बॉक्स
पर्यटन स्थल बनने पर श्यामसर तालाब के रेसिंग ट्रैक पर रंग बिरंगी लाइटें लगाई जाएंगी। जिसके साथ ही जगह जगह साउंड बॉक्स भी लगाए जाएंगे। दिन में सुबह शाम धार्मिक संगीत चलाया जाएगा। जिससे श्यामसर तालाब से जुड़े धार्मिक लोगों को शांति मिल सके। इसके अलावा सुबह शाम मंदिर में जो आरती की जाएगी वह भी साउंड से दूर दूर तक सुनाई देगी।
सभी देवी देवताओं के हैं प्राचीन मंदिर
ऐतिहासिक श्यामसर तालाब काे जल्द ही धार्मिक व पर्यटन स्थल बनाया जाएगा। पर्यटन के साथ ही तालाब के चारों और बने प्राचीन मंदिर श्रद्धालुओं के लिए विशेष रहेंगे। काफी पुराना स्थल होने के कारण इन मंदिरों का प्लास्टर भी टूट कर गिर रहा है। ऐसे में यह कभी कभी ही खोले जाते हैं। लेकिन अब जीर्णोद्धार के बाद इन्हें हररोज खोला जाएगा। श्यामसर तालाब पर विशेषतौर पर सीता राम मंदिर, मां वैष्णो मंदिर, खाटू श्याम मंदिर, हनुमान मंदिर बने हुए हैं।
शुरूआत में इसका एस्टीमेट 27 करोड़ था। लेकिन अब नया आर्किटेक्ट हायर किया है जिसने 6 करोड़ 58 लाख का एस्टीमेट तैयार किया था। हमने श्यामसर तालाब को पर्यटन स्थल में विकसित करने के लिए टेंडर लगा दिया था जो तकनीकी खामियों के कारण रद्द हो गया है। यह तकनीकी खामियां दूर कर इसी सप्ताह फिर टेंडर लगाया जाएगा। जल्द ही इसे पर्यटन स्थल बनाकर श्रद्धालुओं को सौंप दिया जाएगा। -प्रशांत पराशर, सचिव, नगर परिषद।