महिलाओं की ऊंची उड़ान:दुनिया के सबसे लंबे रूट पर प्लेन उड़ाएंगी एयर इंडिया की पायलट
January 9, 2021
47 के हुए फरहान अख्तर:17 साल चली थी अधुना से फरहान अख्तर की पहली शादी,
January 9, 2021

टाटा संस संयुक्त बोली लगाने के लिए सिंगापुर एयरलाइसंस से कर रही बात

एयर इंडिया प्राइवेटाइजेशन:टाटा संस संयुक्त बोली लगाने के लिए सिंगापुर एयरलाइसंस से कर रही बात, अकेले भी बढ़ सकती है आगेएयर इंडिया के लिए यह बोली विस्तारा के जरिये लगाई जा सकती है, जो फुल सर्विस कैरियर है
सरकार ने बोली जमा करने की तारीख को आगे बढ़ाकर 14 दिसंबर कर दिया है
टाटा संस कर्ज में डूबी सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को खरीदने का मन बना चुकी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक वह विस्तारा के अपने पार्टनर सिंगापुर एयरलाइंस (SIA) के साथ नॉन-कंपीट क्लाउज को निष्प्रभावी करने और एयर इंडिया की प्रस्तावित बोली में साथ आने के लिए बात कर रही है। यह बोली विस्तारा के जरिये लगाई जा सकती है, जो फुल सर्विस कैरियर है।

गौरतलब है कि इस साल कोरोनावायरस महामारी के कारण केंद्र सरकार को एयर इंडिया की बोली प्रक्रिया को 4 बार स्थगित करना पड़ा है। ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक SIA बिड प्रस्ताव को मंजूरी दे सकती है। एक अधिकारी के मुताबिक यदि वह प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करती है, तो टाटा संस अकेले ही सरकारी विमानन कंपनी के लिए बोली लगाने के लिए भी तैयार है।

टाटा अभी दो विमानन कंपनियों विस्तारा और एयर एशिया इंडिया का परिचालन करती है

अभी टाटा संस दो विमानन कंपनियों का परिचालन करती है- फुल-फ्लेज्ड कैरियर विस्तारा (इसमें SIA उसकी साझेदार है) और एयर एशिया इंडिया (इसमें एयर एशिया बेरहाद उसकी साझेदार है)। टाटा का एयरलाइंस कारोबार अच्छी वित्तीय हालत में नहीं है। यदि टाटा संस एयर इंडिया को खरीदने में सफल होती है, तो वह अपने समूचे एयरलाइन कारोबार का एक इकाई में विलय कर सकती है।

88 साल पहले टाटा ग्रुप ने ही एयर इंडिया की स्थापना की थी

रिपोर्ट के मुताबिक सरकार भी चाहती है कि टाटा ग्रुप एयर इंडिया खरीद कर उसका परिचालन करे। रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से यह भी कहा गया है कि सरकार ने टाटा को एयर इंडिया के प्राइवेटाइजेशन के बाद नौकरशाही की समस्या से निपटने में मदद करने का भी भरोसा दिलाया है। 88 साल पहले टाटा ग्रुप ने ही एयर इंडिया की स्थापना की थी।

समझौते के मुताबिक टाटा के फुल सर्विस विमानन कारोबार का अधिकार विस्तारा के पास

SIA के साथ हुए समझौते में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि टाटा ग्रुप की सभी फुल-सर्विस कैरियर कारोबार का परिचालन करने का एक्सक्लूसिव अधिकार विस्तारा के पास होगा। टाटा यदि SIA से मंजूरी लिए बिना एयर इंडिया को खरीदने के लिए अकेले आगे बढ़ती है, तो यह समझौते का उल्लंघन होगा। साथ ही विस्तारा यदि बोली लगाती है, तब भी SIA और टेमासेक से मंजूरी लेनी होगी, क्योंकि SIA में टेमासेक की 55 फीसदी हिस्सेदारी है। SIA और टेमासेक ने कथित तौर पर टाटा के एयर इंडिया प्लान पर आपत्ति जताई थी।

सरकार ने संभावित खरीदारों को एयर इंडिया का एंटरप्राइज वैल्यू कोट करने की अनुमति दी

इस साल अगस्त में टाटा ग्रुप ने कहा था कि वह एयर इंडिया को खरीदने पर विचार कर रहा है और इस पर सोच-विचार करने के बाद फैसला करेगा। केंद्र सरकार ने पिछले महीने एयर इंडिया की बिडिंग पैरामीटर में कुछ बदलाव किए थे और संभावित खरीदारों को इक्विटी वैल्यू कोट नहीं करने और एंटरप्राइज वैल्यू कोट करने की मंजूरी दी थी। इसके अलावा सरकार ने बोली जमा करने की तारीख को आगे बढ़ाकर 14 दिसंबर कर दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Updates COVID-19 CASES