विभाग व प्रशासन अलर्ट:अब विभाग ने माना- बरवाला में 10 दिन में 4 लाख से ज्यादा मुर्गियां मरीं, जांच रिपोर्ट बाकीपंचकूला के बरवाला क्षेत्र के 20 पोल्ट्री फार्म में 4 लाख से ज्यादा मुर्गियां मरने की बात पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने मानी है। अब एडवाइजरी भी जारी की गई है। हालांकि, मुर्गियों के मरने की वजह क्या है, इसकी जांच के लिए जालंधर की क्षेत्रीय रोग निदान प्रयोगशाला में भेजे गए सैंपलों की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। प्रयोगशाला की टीम भी बरवाला पहुंची है।
सरकार का कहना है कि अभी तक एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि नहीं हुई है। सरकार की ओर से कहा गया है कि पंचकूला के बरवाला क्षेत्र में गांव गढ़ी कुटाह व गांव जलोली के पास 20 पोल्ट्री फार्म में करीब चार लाख मुर्गियों की असामान्य मौत हुई है। संदिग्ध बीमारियां रानीखेत या संक्रामक लारेंजो-ट्रैक्टिस भी हो सकती हैं। पंचकूला जिले में 77 लाख 87 हजार 450 मुर्गियां हैं। 4,09,970 की मौत हो चुकी है। हालांकि, कुछ लोग मरने वाली मुर्गियों की संख्या इससे कहीं ज्यादा बता रहे हैं। विभाग कह रहा है कि 10 दिनों से मुर्गियां मर रही हैं। सूत्रों का कहना है कि यह सिलसिला एक माह से चल रहा है। दैनिक भास्कर के खुलासे के बाद विभाग अलर्ट हुआ।
सरकार की एडवाइजरी
रोग मुक्त क्षेत्रों के पोल्ट्री उत्पादों को पकाकर खाया जा सकता है। एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस गर्मी के प्रति संवेदनशील है। भारत में खाना पकाने के लिए उपयोग किए जाने वाला तापमान वायरस को मार सकता है। कच्चे अंडे आदि नहीं खाने चाहिए।
मुर्गियां, अंडे इधर-उधर करने पर हाथों को साबुन व गर्म पानी से अच्छी तरह धोएं।
पोल्ट्री में बीमारी की संभावना होने वाले क्षेत्रों में कच्चे अंडे का उपयोग उन खाद्य पदार्थों के साथ नहीं किया जाना चाहिए, जो खाने से पहले पूरी तरह से पकाया नहीं जाता है।