ममता पर भारी इश्क:मां-बाप के सामने लड़के का हाथ पकड़ नाबालिग बेटी बोली- मुझे यहां से ले चलो और हो गई फरारपीछा करने पर बाइक छोड़कर नाबालिग को साथ ले गए दोनों लड़के
इसराना थाना क्षेत्र के एक गांव का मामला, अपहरण का केस दर्ज
इश्क के आगे मां-बाप की ममता कमजोर पड़ गई। मां-बाप के सामने ही 15 साल की बेटी ने अपने प्रेमी का हाथ पकड़ा और बोली- मुझे यहां से ले चलो। दो लड़कों ने नाबालिग को बैठाया और बाइक दौड़ा दी। पिता व अन्य लोगों ने लड़कों का पीछा किया तो कुछ दूरी पर बाइक छोड़कर तीनों भाग गए। बाइक पर नंबर नहीं है। पिता ने अज्ञात लड़कों के खिलाफ इसराना थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया है।
इसराना थाना क्षेत्र के एक ग्रामीण ने बताया कि वह मिस्त्री है। सोमवार देर शाम करीब 7 बजे वह काम से घर लौटा ही था कि दरवाजे पर एक बाइक आकर रुकी। एक लड़के ने आवाज दी कि मिस्त्री साहब गेट खोलो, काम है। मिस्त्री ने गेट खोलकर लड़कों का गांव पूछा तो उन्होंने खलीला गांव से होना बताया। बात करते-करते दोनों लड़के अंदर आ गए। इसके बाद लड़कों ने मिस्त्री की 10वीं में पढ़ने वाली लड़की को आवाज दी।
लड़की और उसकी मां बाहर आई। बाहर आते ही मां-बाप के सामने लड़की ने एक लड़के का हाथ पकड़ा और बोली कि मुझे यहां से ले चलो। मां-बाप कुछ समझ पाते इससे पहले ही बेटी दोनों लड़कों के साथ बाइक पर सवार हो गई। पिता ने शोर मचाया तो आसपास के लोगों ने उनका पीछा किया। बारिश के कारण बाइक फिसलकर गिर गई। इसके बाद तीनों पैदल ही भाग गए। काफी तलाश की, लेकिन पता नहीं लगा।
लॉकडाउन में पढ़ाई के लिए दिया था स्मार्ट फोन
पिता ने बताया कि वह मेहनत-मजदूरी करता है। उनके पास ही स्मार्ट फोन है। बच्चे बिगड़े ना, इसलिए घर पर की-पैड वाला फोन रखते थे। महिला टीचर के कहने पर वह काम से लौटने के बाद बेटी को पढ़ाई के लिए फोन देते थे। बेटी 25 दिसंबर को पानीपत में एग्जाम होने की बात कहकर घर से गई थी। बाद में उन्हें पता चला कि 25 दिसंबर को कोई एग्जाम नहीं था। इस बारे में बेटी से पूछा तो बात खुल गई। पिता ने कहा कि लड़कों का दोष नहीं है।