वैक्सीन पर सियासत:विपक्ष ने कहा- ED-CBI की तरह वैक्सीन के गलत इस्तेमाल का डर जायज; केंद्र बोला- ऐसे मसले पर राजनीति न करेंकोरोना की दो वैक्सीन को इमरजेंसी यूज के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने मंजूरी के बाद सरकार और विपक्ष में आमने-सामने आ गई है। कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर प्रोसेस में हड़बड़ी और वैक्सीन के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया है। वहीं, सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि विपक्ष इन गंभीर मसलों पर राजनीति न करें।
भाजपा सरकार पर भरोसा नहीं : अखिलेश
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया पर कहा था कि ताली-थाली बजवाकर कोरोना को भगाने वाली सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की वैक्सीन लगवाने की उस चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं कर सकते, जो कोरोनाकाल में ठप्प-सी पड़ी रही थी।
उन्होंने कहा कि हम भाजपा की राजनीतिक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। जब हमारी सरकार बनेगी, तब हम मुफ्त में वैक्सीन लगवाएंगे।
अखिलेश के समर्थन में कांग्रेस
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने अखिलेश का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा और प्रधानमंत्री CBI, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और ED का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं के खिलाफ कर रहे हैं, मुझे लगता है कि अखिलेश यादव का यह डर गलत नहीं है कि वैक्सीन का भी गलत इस्तेमाल हो सकता है। जिस तरह से सरकार विपक्षी नेताओं के खिलाफ काम कर रही है, यह डर वाजिब है।
शशि थरूर और जयराम रमेश ने भी सवाल उठाए
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि कोवैक्सिन ने अभी तक अपना तीसरा ट्रायल भी पूरा नहीं किया है। जल्दबाजी में वैक्सीन को मंजूरी दी गई और यह खतरनाक हो सकता है। उन्होंने कहा कि जब तक ट्रायल पूरा नहीं हो जाता, इसके इस्तेमाल से बचा जाना चाहिए। इस बीच भारत एस्ट्रेजेनेका वैक्सीन के साथ आगे बढ़ सकता है। स्वास्थ्य मंत्री को मामले को स्पष्ट करना चाहिए।पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि भारत बायोटेक एक फर्स्ट रेट इंटरप्राइज है, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि कोवैक्सिन के फेज-3 ट्रायल से जुड़े प्रोटोकॉल, जिन्हें इंटरनेशनल लेवल पर मंजूर किया गया है, उसे मोडिफाई किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री को इसका जवाब देना चाहिए।
वैज्ञानिकों की मेहनत पर सवाल न उठाएं : हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि ऐसे गंभीर मुद्दों पर राजनीति करना काफी निराशाजनक है। शशि थरूर, अखिलेश यादव और जयराम रमेश वैक्सीन को अप्रूव करने के लिए अपनाए गए प्रोटोकॉल पर सवाल उठाने की कोशिश न करें।नड्डा और जावड़ेकर का पलटवार
विपक्ष के सवालों पर निशाना साधते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी दल किसी भी भारतीय चीज पर गर्व नहीं करते। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि उन्हें इस बात पर आत्ममंथन करना चाहिए कि वैक्सीन पर उनके झूठ का इस्तेमाल भ्रम फैलाने वाले अपना एजेंडा चलाने के लिए करेंगे। देश की जनता ऐसी राजनीति को खारिज कर देगी।केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर निशान साधते हुए कहा कि पहले वे भारत द्वारा बालाकोट एयर स्ट्राइक का सबूत मांगते थे। फिर पुलवामा हमले पर शक जताते हैं और अब वैक्सीन पर भी सवाल उठा रहे हैं। यह दिवालियापन नहीं तो क्या है?
कोवैक्सिन और कोवीशील्ड को मिला अप्रूवल
भारत बायोटेक की स्वदेशी कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड के इमरजेंसी यूज के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने रविवार को मंजूरी दे दी। वहीं, जायडस कैडिला हेल्थकेयर की जायकोव-डी को फेज-3 ट्रायल का अप्रूवल मिला है।