मौसम:गुड़गांव व मेवात में दिनभर रुक-रुककर हुई 19 एमएम बारिश, आज और कल भी उम्मीदबारिश से किसानों के चेहरे खिले, शहर में कई स्थानों पर जलभराव के कारण बढ़ी परेशानी
जिला में गत शनिवार को मौसम बदलने के बाद रविवार अलसुबह तेज बारिश हुई। इसके बाद दिनभर तेज हवा के साथ रुक-रुककर बारिश होती रही। सुबह की तेज बारिश के बाद शहर में कई स्थानों पर जल भराव की स्थिति बनने से लोगों को आने-जाने में परेशानी उठानी पड़ी। यही स्थिति मेवात में भी रही। गुड़गांव में कुल 19एमएमए बारिश दर्ज की गई।
खासकर उद्योग विहार क्षेत्र में एक से दो फुट गहरा पानी भर जाने से लोगों को निकलने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। वहीं दूसरी ओर इस बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। गेहूं जौ, सरसों की फसलों के लिए यह बारिश बेहतर मानी जा रही है। शनिवार शाम को हुई बूंदाबांदी के बाद रात में कई बार बूंदाबांदी होती रही। वहीं रविवार अलसुबह चार बजे से ही गुड़गांव में तेज बारिश शुरू हो गई।
इसके बाद सुबह 8 बजे तक बारिश हुई। वहीं कई स्थानों पर तेज बारिश हुई। वहीं एक दो स्पेल ओलावृष्टि भी हुई, लेकिन मामूली ओलावृष्टि से फसलों में कोई नुकसान की सूचना नहीं है। वहीं रविवार को दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही और दिन में तेज हवा के साथ हुई बारिश से लोग अपने घरों में ही छुपे रहे। ठंडी हवा बारिश होने से पूरे दिन सूर्य देवता के दर्शन भी नहीं हो पाए।
मौसम की पहली ही बारिश से शहर के कई क्षेत्रों में जलजमाव की सूचना भी मिली हैं। सैक्टर 4/7 व ओल्ड रेलवे रोड पर कबीर भवन के आस-पास जलभराव की समस्या से लोग जूझते दिखाई दिए। इसके अलावा उद्योग विहार, सेक्टर-51, मेफिल्ड गार्डन, हीरो होंडा चौक के अलावा ओल्ड सिटी के लक्षमण विहार समेत कई स्थानों पर जलभराव की समस्या बनी रही।
बारिश के बावजूद न्यूनतम व अधिकतम तापमान बढ़ा
रविवार को दिनभर रुक-रुककर हुई बारिश के बावजूद भी जिला में न्यूनतम व अधिकतम तापमान में इजाफा हो गया है। पिछले 48 घंटे में न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस से बढ़कर 10 डिग्री सेल्सियस हो गया। वहीं अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम 16.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य तापमान से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
उधर, फिरोजपुर झिरका में बारिश की हल्की बूंदों से किसानों के चेहरे पर खुशी देखी गई। शनिवार की देर रात से ही लगातार बारिश होने से सर्दी मैं भी इजाफा हुआ है, जिसके कारण लोग घरों में ही दुबके रहे बारिश व ठण्ड की बजह से रोडवेज की बसे देर से चली। सब्जी उत्पादक किसान भी बारिश को वरदान मान रहे हैं।