केंद्रीय कैबिनेट का फैसला:भारत अब रक्षा उपकरण एक्सपोर्ट करेगा, आकाश मिसाइल सिस्टम में 9 देशों ने दिखाई दिलचस्पीभारत अब आकाश मिसाइल सिस्टम को एक्सपोर्ट करेगा। केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को इस प्रपोजल को मंजूरी दे दी है। आकाश एयर डिफेंस सिस्टम को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है। केंद्रीय कैबिनेट का यह फैसला आत्मनिर्भर भारत की दिशा में नया कदम है, क्योंकि आकाश मिसाइल सिस्टम को पूर्वी एशिया और अफ्रीका के 9 देशों ने खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है।
आत्मनिर्भर भारत मिशन की ओर बढ़ा रहे कदम
कैबिनेट के इस फैसले की जानकारी देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कहा कि आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत देश रक्षा के क्षेत्र में अपनी मैन्यूफैक्चरिंग क्षमताएं बढ़ा रहा है, अब मिसाइल बनाने की क्षमता भी बढ़ रही है। इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में आकाश मिसाइल सिस्टम को निर्यात करने का फैसला लिया गया है।
उन्होंने बताया कि आकाश मिसाइल का जो वर्जन एक्सपोर्ट किया जाएगा, वह भारतीय सेना के बेड़े में शामिल मिसाइल से अलग होगा।
2015 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था
भारत के लिहाज से आकाश महत्वपूर्ण मिसाइल है। इसका 96 फीसदी हिस्सा भारत में ही तैयार किया गया है। यह जमीन से आसमान तक 25 किलोमीटर की रेंज में मार कर सकता है। इस मिसाइल को 2014 में भारतीय वायु सेना में और 2015 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था।
2025 तक 35 हजार करोड़ के रक्षा उपकरण एक्सपोर्ट होंगे
भारत सरकार ने 2025 तक 35 हजार करोड़ रुपए के रक्षा उत्पाद निर्यात करने का लक्ष्य रखा है। रक्षा उत्पादन निर्यात संवर्धन नीति 2020 का मकसद रक्षा निर्यात के जरिए मित्र देशों के साथ रणनीतिक संबंधों को बेहतर बनाना है।