बोइंग-737 मैक्स की वापसी:लगातार दो हादसों के बाद विमान का इस्तेमाल बंद हुआ था, दो साल बाद अमेरिका में फिर उड़ान भरीकरीब दो साल बाद एक बार फिर अमेरिकन एयरलाइंस ने बोइंग-737 मैक्स विमान लॉन्च कर दिया है। दो साल पहले लगातार दो हादसों के बाद इस विमान की उड़ानें बंद कर दी गई थीं। इनमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। इसके बाद अब यह पहली कमर्शियल फ्लाइट रही। हालांकि, भारत में अभी इसके लिए इंतजार करना होगा।
बोइंग का मैक्स सबसे ज्यादा बिकने वाला एयरक्राफ्ट रहा है। दो साल से पूरी दुनिया में इसका इस्तेमाल बंद होने से कंपनी संघर्ष कर रही थी। उसे करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है। हालात तब और बिगड़ गए जब कोरोना की वजह से पूरी दुनिया में एविएशन इंडस्ट्री बंद हो गई।
बोइंग ने टेक्निकल मुद्दों पर काम किया
बोइंग लंबे समय से एविएशन रेगुलेटर के साथ टेक्निकल मुद्दों पर काम कर रही थी। इसके साथ ही पायलट ट्रेनिंग को भी सुधारा जा रहा था, ताकि बड़े देश फिर से इसे सर्विस में ले सकें। अमेरिकी कैरियर्स की पहली प्लेन सर्विस अमेरिकन फ्लाइट-718 है।
इसने करीब 100 यात्रियों के साथ मियामी से न्यूयार्क की उड़ान भरी। न्यूयार्क से मियामी के दौरान 172 यात्रियों ने यात्रा की। एयरलाइन कंपनी के प्रेसिडेंट रॉबर्ट इसोम ने कहा कि यह एयरक्राफ्ट पहले की तुलना में ज्यादा सेफ है। हमें यकीन है कि यह आसमान में काफी सुरक्षित रहेगा।
कुछ महीने पहले मंजूरी मिली
अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने कुछ महीने पहले ही बोइंग कंपनी को 737 मैक्स जेट उड़ाने की इजाजत दी थी। भारत के DGCA ने अपने यहां इन विमानों को मंजूरी देने से पहले FAA के फैसले का अध्ययन करने का फैसला लिया था।
विमान में कई बदलाव करने पड़े
बोइंग को कमर्शियल उड़ानें बहाल करने से पहले FAA के सॉफ्टवेयर अपग्रेड करने के साथ ही ट्रेनिंग में बदलाव करना पड़ा है। कमर्शियल उड़ान के इतिहास में अब तक सबसे लंबे वक्त यानी करीब 20 महीने तक बोइंग के ये विमान उड़ान नहीं भर सके।
2018 और 2019 में पांच महीने के अंदर इंडोनेशिया और इथोपिया में 737 मैक्स विमान क्रैश हो गए थे। इन हादसों में 346 लोगों की जानें गई थीं। इसके बाद कई तरह की जांच का सिलसिला शुरू हो गया। इन्हें बनाने वाली मशहूर अमेरिकी कंपनी बोइंग निशाने पर आ गई और इसे काफी नुकसान उठाना पड़ा।