जिंदगी से हारा अफसर:हरियाणा के मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी ने फंदा लगाकर की आत्महत्या; बोर्ड पर सुसाइड नोट लिखकर बताई वजहमृतक की पहचान दिल्ली के हरीनगर निवासी 25 वर्षीय वरुण श्रीधर के रूप में हुई
परिजन के मुताबिक, पढ़ाई पूरी होने के बाद आगे नहीं बढ़ पाने के कारण तनाव में था
हरियाणा के रोहतक जिले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सुशासन सहयोगी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस को घटनास्थल से एक बोर्ड बरामद किया है, जिस पर सुसाइड नोट लिखा है। सुसाइड नोट में खुदकुशी किए जाने की वजह तनाव बताया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। कार्रवाई जारी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान दिल्ली के हरीनगर निवासी 25 वर्षीय वरुण श्रीधर के रूप में हुई। वह अतिरिक्त जिला उपायुक्त कार्यालय में मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी के पद पर कार्यरत था। चार महीने पहले ही इस पद पर उसकी तैनाती हुई थी। वह सर्किट हाउस में ठहरा हुआ था।
दिल्ली बाईपास स्थित सर्किट हाउस के कमरा नंबर 19 में उसने फांसी लगाई। बोर्ड पर लिखा कि मैं काफी तनाव में हूं, इसलिए अब जीना नहीं चाहता। मैं अपनी मौत के खुद जिम्मेदार हूं। खुदकुशी किए जाने का पता चलने पर उपायुक्त समेत अन्य पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
सुसाइड का पता सुबह चला, जब काफी देर तक कमरा नहीं खुला। न ही चाय मंगवाई गई और न ही कोई हलचल नजर आई। स्टाफ को शक हुआ तो दरवाजा खुलवाया गया, लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला। फिर स्टाफ ने अपनी चाबी मंगवाकर दरवाजा खोला तो श्रीधर फंदे पर लटका मिला।
सर्किट हाउस के स्टाफ ने पुलिस को इसकी सूचना दी। खबर मिलते ही DSP विनोद कुमार और PGI थाना पुलिस मौके पर पहुंची। FSL इंचार्ज डॉ. सरोज दहिया मलिक को भी मौके पर बुलाया गया। खुदकुशी का पता चलते ही परिजन भी मौके पर पहुंच गए थे।
परिजनों ने बताया कि मंगलवार शाम उन्होंने वरुण श्रीधर को फोन किया था, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। पढ़ाई पूरी होने के बाद वह तनाव में रहता था। अकसर कहता रहता था कि मैं आगे नहीं बढ़ पा रहा हूं। ऐसे में माना जा रहा है कि श्रीधर ने मानसिक तनाव के कारण ही यह कदम उठाया है।