ओलिंपिक के लिए भारतीय रेसलर्स कितने तैयार:अमेरिका, यूरोप में ट्रेनिंग कर रहे हैं खिलाड़ी; ओलिंपिक में अब तक 1 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मिलेओलिंपिक के लिए अब तक भारत के 4 फ्रीस्टाइल पहलवान क्वालिफाई कर चुके हैं। इसमें 3 पुरुष, एक महिला खिलाड़ी हैं। अन्य के पास एशियन क्वालिफायर, वर्ल्ड क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट से क्वालिफाई करने का मौका होगा। रेसलिंग में अब तक एक सिल्वर, 4 ब्रॉन्ज मेडल मिले हैं। भारतीय खिलाड़ी विदेशी खिलाड़ियों को चुनौती देने के लिए अमेरिका-यूरोप में ट्रेनिंग कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि पदक के दावेदार खिलाड़ियों का हालिया प्रदर्शन कैसा रहा है? उन्हें किन खिलाड़ियों से चुनौती मिल सकती है?
दीपक पूनिया: 86 किग्रा
भारत को 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में एकमात्र सिल्वर मेडल दिलाया। चोट की वजह से फाइनल में नहीं उतरे थे। जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था। एशियन चैंपियनशिप में दो ब्रॉन्ज मेडल मिले थे।
तैयारी – सितंबर में पॉजिटिव आने वाले हरियाणा के दीपक ने जल्द ही वायरस को हराकर साई में ट्रेनिंग शुरू कर दी। लॉकडाउन के दौरान गांव के अखाड़े में ट्रेनिंग कर रहे थे।
चुनौती – रियो ओलिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट ईरान के हसन याजदानी सबसे बड़ी चुनौती होंगे। 2017 और 2018 वर्ल्ड कप चैंपियन अमेरिका के डेविड टेलर भी दावेदार हैं।
बजरंग पूनिया: 65 किग्रा
हरियाणा के बजरंग पूनिया ने 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज जीतकर ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई किया था। अप्रैल 2019 में चीन में हुए एशिया चैंपियनशिप में उन्हें गोल्ड और 2020 में सिल्वर मेडल मिला था।
तैयारी
तैयारी – अभी अमेरिका में ट्रेनिंग कर रहे हैं। उन्हें मिशिगन के क्लिफ कीन रेसलिंग क्लब में ट्रेनिंग करने की अनुमति दी है। उन्होंने साई के सोनीपत सेंटर में भी ट्रेनिंग की थी।
चुनौती – 2018 वर्ल्ड चैंपियनशिप के गोल्ड मेडलिस्ट ताकोतो ओटोगुरो। ओटोगुरो के खिलाफ दोनों मुकाबलों में हार मिली है। रूस के गद्जहीमुराद रशिदोव भी खतरा हैं।
एक्सपर्ट एडवाइस
नेशनल में हिस्सा लेना होगा। इससे तैयारी का पता लगेगा। बजरंग विदेश में ट्रेनिंग कर रहा है जबकि दीपक ने सोनीपत में ट्रेनिंग शुरू की है। दोनों को टेक्निक, अटैक, डिफेंस सभी पर काम करना चाहिए। – जगविंदर सिंह, चीफ काेच, भारतीय टीम
विनेश फोगाट: 53 किग्रा
हरियाणा की विनेश ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली एकमात्र महिला रेसलर हैं। उन्होंने 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज जीता था। इसी साल फरवरी में दिल्ली में एशियन चैंपियनशिप में भी ब्रॉन्ज मिला था।
तैयारी – अगस्त में पॉजिटिव हुईं। अभी हंगरी में ट्रेनिंग कर रही हैं। 24 जनवरी से 5 फरवरी तक पोलैंड में भी ट्रेनिंग। लॉकडाउन से पहले वो नॉर्वे में ट्रेनिंग कर रही थीं।
चुनौती – 2017-2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप की सिल्वर मेडलिस्ट जापान की मुकैदी के खिलाफ तीनों मुकाबलों में हार मिली है। पैन अमेरिकन चैंपियन हिल्डब्रांड से भी चुनौती।
एक्सपर्ट एडवाइस
महिला टीम के कोच कुलदीप मलिक कहते हैं- स्टैमिना बढ़ाने की जरूरत। अच्छे पार्टनर के साथ अभ्यास करके टेक्निक को दोहराने की जरूरत है।