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दो लाख के इनामी मनोज मांगरिया ने हत्या करने के लिए पूर्व फौजी को 15 लाख व फ्लैट देने का किया था वादा

मनोज भाटी हत्याकांड:दो लाख के इनामी मनोज मांगरिया ने हत्या करने के लिए पूर्व फौजी को 15 लाख व फ्लैट देने का किया था वादाउत्तर प्रदेश-हरियाणा के शार्पशूटरों ने की थी मनोज भाटी की हत्या
अमीपुर गांव निवासी प्रॉपर्टी डीलर एवं विधानसभा चुनाव लड़ चुके मनोज भाटी की हत्या यूपी-हरियाणा के दो शार्पशूटरों ने की थी। इसके लिए दो लाख के इनामी एवं मुख्य साजिशकर्ता मनोज मांगरिया ने शार्पशूटर एक पूर्व फौजी को 15 लाख रुपए और एक फ्लैट देने का वादा किया था।

हत्या करने वाले दोनों शार्पशूटर यूपी के मुजफ्फरनगर के भोपा कस्बा निवासी धीरेंद्र उर्फ फौजी और हरियाणा के पीपलीखेड़ा निवासी आर्यन उर्फ बिट्टू हाल ही में अंबाला जेल से पैरोल पर छूटकर आए थे। क्राइम ब्रांच की टीमों ने यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली से दोनों को गिरफ्तार किया है।

मनोज भाटी की हत्या करने के बाद ये अपनी रिश्तेदारी में छिपने के लिए भाग गए थे। दोनों शूटर यूपी के सुंदर भाटी गैंग के सदस्य बताए जा रहे हैं। मांगरिया ने उन्हें सिर्फ हत्या करने के लिए हायर किया था। क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 प्रभारी विमल कुमार के अनुसार दोनों शार्पशूटर शातिर अपराधी हैं।

इन पर पहले भी हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, लूट आदि के मुकदमे दिल्ली-एनसीआर के थानों और जम्मू कश्मीर में दर्ज हैं। उन्होंने बताया अपराधी धीरेंद्र उर्फ फौजी वर्ष 2002 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। ट्रेनिंग के बाद उसकी तैनाती जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में थी।

वर्ष 2016 में तैश में आकर एक साथ अपनी सर्विस एके 47 राइफल से पांच व्यक्तियों की गोलियों से हत्या कर दी थी। इसके बाद उसे सेना से बर्खास्त कर दिया गया था। इस केस में उसे उम्रकैद की सजा हो चुकी है। इन दिनों वह अंबाला सेंट्रल जेल से पैरोल पर आया हुआ था।

अंबाला सेंट्रल जेल में हुई थी फौजी व मांगरिया की दोस्ती

क्राइम ब्रांच प्रभारी ने बताया कि दो लाख का इनामी मनोज मांगरिया हत्या के एक केस में उम्रकैद की सजा काट रहा है। वह भी अंबाला सेंट्रल जेल में बंद था। उसी जेल में पूर्व फौजी धीरेंद्र भी सजा काट रहा था। वहीं दोनों की दोस्ती हुई थी। दोनों जब पैरोल पर बाहर आए तो मनोज भाटी की हत्या की साजिश रची।

मनोज मांगरिया ने अपने मंसूबे कामयाब करने के लिए धीरेंद्र फौजी को 15 लाख रुपए और एक फ्लैट देने का लालच देकर मनोज भाटी की हत्या के लिए तैयार किया। धीरेंद्र उर्फ फौजी ने इसके लिए सुंदर भाटी गैंग के सदस्य अंकित उर्फ बिट्टू को इस काम के लिए खतौली क्षेत्र में पड़ने वाले गांव मीरपुर खुर्द में बुलाया था। बिट्टू अभी फरार चल रहा है। हत्या के दो-तीन दिन पहले से दोनों इकट्ठे थे। मनोज मांगरिया ने बदरपुर बॉर्डर पर 23 दिसंबर को बुलाया था। वहीं से घटना को अंजाम देने के लिए आरोपी निकल पड़े थे।

रिश्तेदारी में छिपने की सूचना पर पुलिस ने की छापेमारी: क्राइम ब्रांच की टीमों को सूचना मिली कि हत्याकांड में शामिल शार्पशूटर खतौली के जानसठ एरिया में अपने रिश्तेदार के यहां छिपे हैं। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीमों ने शनिवार को वहां छापेमारी की। क्राइम ब्रांच की टीम वहां पहुंचीं तो देखा कि वहां किलेनुमा दीवारें व दरवाजे अंदर से बंद थे।

जब तक क्राइम ब्रांच की टीम दरवाजे व दीवारों को फांद पाती दोनों शार्पशूटरों को भनक लग गई और हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकले। करीब डेढ़ से 2 किलोमीटर गन्ने के खेत से भागते हुए पुलिस ने शार्पशूटरों को दबोच लिया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी चोटिल भी हो गए। इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी मनोज मांगरिया अभी फरार है।

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