कृषि कानूनों का विरोध:राज्यमंत्री कमलेश ढांडा व विधायक ईश्वर सिंह को काले झंडे दिखाने वाले किसानों पर जान से मारने की धमकी देने का केसकेस के बाद भी भाजपा और जजपा नेता किसानों के विरोध से नहीं बच पा रहे, जजपा प्रदेशाध्यक्ष को घेरा, शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम में पहुंचे
भाजपा एवं जजपा नेताओं को बीते शुक्रवार काले झंडे दिखाने वाले किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। अहम बात यह है कि दोनों ही मामलों में पुलिस शिकायतकर्ता की भूमिका में रही। बता दें कि कलायत में किसानों ने महिला एवं बाल विकास कल्याण राज्यमंत्री कमलेश ढांडा को काले झंडे दिखाए थे और वहीं गुहला में जजपा विधायक ईश्वर सिंह को सुशासन दिवस के मौके आयोजित कार्यक्रम से बाहर निकलते हुए काले झंडे दिखाए और घेराव किया था।
हालांकि केस दर्ज होने के बाद भी जजपा और भाजपा नेताओं को किसानों के विरोधा का सामना करना पड़ रहा है। किसान संघर्ष समिति ने गांव मामूपुर पहुंच कर जजपा प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह के घर का घेराव किया। घेराव के दौरान कनिशान सिंह अपने घर पर मौजूद नहीं थे। किसानों ने ज्ञापन उनके घर के गेट पर फाड़ कर फेंक दिया। चेतावनी दी कि अगर जजपा ने भाजपा से अपना गठबंधन नहीं तोड़ा तो आने वाले समय में जजपा का हर स्तर पर बहिष्कार किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी शनिवार को बद्दोवाल व खटकड़ टोल पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने दोनों टोल पर धरने पर बैठे किसानों का हौसला बढ़ाया। दोनों टोल पर लगातार दूसरे दिन वाहनों का किसानों ने टोल फ्री करवाया। साथ ही काफी संख्या में पंजाब से किसान भी यहां पहुंचे थे।
किसान बोले- भाजपा नेताओं के हर कार्यक्रम का विरोध करेंगे
टोल फ्री आंदोलन के तहत किसान रातभर गधौला टोल पर ही सोए। सुबह दस बजे सूचना पहुंची कि शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर छछरौली में कम्युनिटी सेंटर में पार्टी के प्रशिक्षण शिविर में पहुंचेंगे। कुछ किसान शिक्षा मंत्री का विरोध करने छछरौली पहुंचे। पुलिस ने रोका तो धक्का-मुक्की हुई। काफी देर तक हंगामा होता रहा। बाद में पता चला कि शिक्षा मंत्री यहां नहीं आ रहे तो लौट आए। वहीं टोल प्लाजा पर किसानों का समर्थन में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सैलजा पहुंचीं। इस दौरान किसानों ने उन्हें माइक नहीं दिया। क्योंकि किसान पहले ही ऐलान कर चुके थे किसी भी नेता को किसान मंच पर बोलने नहीं देंगे।
किसानों पर केस दर्ज कराने में पुलिस ही शिकायतकर्ता की भूमिका में रही
कलायत थाना में दर्ज एफआईआर में कांस्टेबल सतपाल ने बताया कि उनकी ड्यूटी पुलिस की सरकारी गाड़ी पर है। महिला एवं बाल विकास कल्याण राज्यमंत्री कमलेश ढांडा गुरुवार को सरकारी रेस्ट हाउस से खेड़ी लांबा में शोक व्यक्त करने जा रही थीं। वे रेस्ट हाउस से निकलीं तो कुछ दूरी पर किसानों ने मंत्री का रास्ता रोकने की कोशिश की व रोष प्रकट करने के लिए सरकार व मंत्री के खिलाफ काले झंडे दिखाए। किसानों ने नारेबाजी की व मंत्री से कहा कि त्यागपत्र दो नहीं तो जिंदा नहीं छोड़ेंगे। ऐसा करके किसानों ने लोक शांति को भंग किया है। पुलिस ने किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं, गुहला मामले में हेड कांस्टेबल प्रगट सिंह ने शिकायत दी कि गुरुवार को डीएवी कॉलेज गुहला में सुशासन दिवस के कार्यक्रम से जब विधायक ईश्वर सिंह वापस जाने लगे तो किसान यूनियन संगठन के करीब 40-50 व्यक्तियों ने उनका रास्ता रोक काले झंडे दिखा। एक व्यक्ति ने आवाज लगाकर कहा कि या तो त्याग पत्र दे दो नहीं तो जान से मार देंगे।
अंबानी, अडानी के बाद बाबा रामदेव के उत्पादों का बायकॉट करेंगे: चढूनी
अंबानी, अडानी के बाद बाबा रामदेव के उत्पादों का बायकॉट किया जाएगा, लेकिन याद रहे झगड़ा किसी से नहीं करना है। झगड़े से आंदोलन कमजोर होता है। यह बात भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने शनिवार काे पत्रकारों से रूबरू हाेते हुए कही। वह रामायण टोल प्लाजा और बाड्डाे पट्टी टाेल पर किसानाें से मिलने पहुंचे थे। किसानाें ने टोल प्लाजा को स्थाई रूप से बंद करने की बात रखी ताे चढूनी ने कहा कि यूनियन इस पर विचार करके आज निर्णय लेगी, किसान नेता ने कहा कि कोरोना के चलते लॉकडाउन में भी अंबानी की आय 73 प्रतिशत तक बढ़ी है तथा बाबा रामदेव की आय में सौ प्रतिशत तक वृद्धि हुई। उधर, जिले के गांव सरसाेद पहुंचे बरवाला से जजपा विधायक जोगीराम सिहाग को ग्रामीणों ने काले झंडे दिखाए। ग्रामीणों ने विधायक का विरोध करते हुए कहा कि एक महीने से ज्यादा हो गया किसान आंदोलन चलते हुए, किसान अपना हक मांग रहे कोई खैरात नहीं। तब विधायक ने कहा वह उनके साथ हैं और जब किसान कहेंगे, वह इस्तीफा दे देंगे।