टोल पर किसानों का जोर:आंदोलन में दूसरी बार टोल प्लाजा पर किसानों का डेरा, कराए फ्री, बहादुरगढ़ में मैनेजर से भिड़ेराज्यमंत्री कमलेश ढांडा व गुहला के विधायक ईश्वर सिंह का विरोध
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने दूसरी बार प्रदेशभर के टोल को फ्री करा दिया। पानीपत के डाहर ट्रोल, घरौंडा के बसताड़ा टोल, रोहतक के मकरौली टोल समेत तमाम टोल प्लाजाओं पर किसान एकजुट होकर पहुंच और हाईवे टोल फ्री करा दिया। इसके अलावा कई जगहों पर हंगामे के खबरें भी आईं। बहादुरगढ़ के आसौदा में किसानों ने जमकर हंगामा किया।
इतना ही नहीं हंगामे का वीडियो बना रहे मैनेजर का फोन किसानों ने तोड़ दिया गया। उधर, कुरुक्षेत्र में किसानों ने अलग ही अंदाज में अपना विरोध जताया। यहां सीएम ऐलिवेटिड रेलवे ट्रैक के शिलान्यास व गीता जंयती महोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे थे। किसानों ने तय किया कि सीएम धार्मिक कार्यक्रम में पहुंचे हैं, इसीलिए काले झंडे नहीं दिखाएंगे, जबकि विरोध तौर पर किसानों ने दूल्हा बनकर काले झंडों के साथ ट्रैक्टर व ट्रॉलियों में रैली निकाली गई। वहीं बीजेपी और जेजेपी नेताओं को लगातार किसानों का विरोध झेलना पड़ रहा है।
कैथल के कलायत में राज्यमंत्री कमलेश ढांडा के काफिले को किसानों ने काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ नारेबाजी की। गुहला के जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह को भी विरोध का सामना करना पड़ा। वह सुशासन दिवस के कार्यक्रम में पहुंचे थे जब वह कार्यक्रम से बाहर निकल रहे थे तो किसानों ने उन्हें घेर लिया। जैसे-तैसे पुलिस की मदद से बचकर वह अपने आवास पर पहुंचे, लेकिन किसानों ने भी उनका पीछा नहीं छोड़ा और उन्हें उनके आवास पर भी घेरा लिया। और उनसे इस्तीफे की मांग की गई।
कृषि कानूनों में किसानों को कोई समस्या है तो संवाद से निकल सकता है हल: कमलेश ढांडा
कृषि कानून के विरोध में किसानों ने महिला एवं बाल कल्याण राज्यमंत्री कमलेश ढांडा का काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। महिला मंत्री के काफिले के आगे पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को रोका। दोपहर करीब एक बजे कुछ किसान ट्रैक्टर-ट्राॅली में सवार होकर दिल्ली की तरफ जाने के लिए नेशनल हाईवे स्थित लोक निर्माण विभाग रेस्ट हाउस के सामने एकत्रित हुए थे। तभी महिला एवं बाल कल्याण राज्य मंत्री कमलेश ढांडा का काफिला वहां से निकला तो वहां पर मौजूद किसानों द्वारा मंत्री का काले झंडे दिखाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध के साथ-साथ गाड़ी का घेराव किया।
कहा- किसानों की समस्या को समझती हूं
राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि किसानों की हालात से बखूबी वाकिफ हूं तथा किसानों की समस्या को समझती हूं। कुछ राजनीतिक लोगों के बहकावे में आकर प्रदर्शन किया था। कोई भी विवाद आपसी संवाद से हल किए जाते हैं तथा सरकार द्वारा लगातार बातचीत कर समाधान का न्योता दिया जा रहा है। किसानों के मन में कोई शंका है तो केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा उन सभी शंकाओं को दूर किया जाएगा।
जिद छाेड़ सरकार से वार्तालाप करनी चाहिए, मैं पूरी तरह से किसानों के साथ हूं: ईश्वर सिंह
गुहला प्रशासन द्वारा डीएवी काॅलेज में सुशासन दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें हलका विधायक ईश्वर सिंह बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे। कार्यक्रम की सूचना किसानों को मिली तो वे ट्रैक्टर-ट्राॅलियों में भरकर काॅलेज जा पहुंचे और सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी किसानों ने विधायक ईश्वर सिंह को मुख्य गेट पर रोक लिया और उनसे इस्तीफे की मांग करने लगे। किसानों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन नारेबाजी जारी रखी फिर विधायक वहां से चले गए। किसानों का जत्था विधायक के आवास पर पहुंच गया और इस्तीफा मांगा। भाकियू के हलका प्रधान हरदीप बदसुई ने कहा कि यदि विधायक ने किसानों का साथ नहीं दिया तो किसान हलके के किसी भी गांव में विधायक का कार्यक्रम नहीं होने देंगे।
कानून केंद्र सरकार ने बनाया, उन्हीं से मांगे इस्तीफा
ईश्वर सिंह ने कहा कि कृषि कानून केंद्र सरकार ने बनाए हैं। इसलिए इस्तीफा भी उन्हीं का मांगना चाहिए। मेरे इस्तीफा देने से कानून रद्द नहीं होने वाले। किसी भी समस्या का हल वार्ता से होता है। किसानों को जिद छाेड़कर सरकार के साथ वार्तालाप जारी रखनी चाहिए। मैं पूरी तरह से किसानों के साथ हूं।
युवक को दूल्हा बनाकर निकाला रोष मार्च
सीएम का विरोध में करने के लिए भाकियू एक युवक को दूल्हा बनाकर उसे ट्रैक्टर में बैठा दिया और काले झंडे लगाकर पूरे शहर में रोष मार्च निकाला। बता दें कि सीएम मनोहर लाल एलिवेटेड ट्रैक के शिलान्यास कार्यक्रम और गीता जयंती महोत्सव के समापन कार्यक्रम में पहुंचे थे।