बच्चाें की शिक्षा में रुचि बढ़ाने के लिए पहल:20 स्कूलों में पानी के जहाज, हवाई जहाज की आकृति के बनेंगे क्लास रूमपेंटिंग से सजी हाेंगी स्कूल की दीवारें, ज्ञानवर्धक गतिविधियाें का हाेगा आयाेजन, जिले में 13 कराेड़ रुपए होंगे खर्च
बच्चाें में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए सरकार लगातार अलग-अलग प्रयास कर रही है। इसी के तहत अब हवाई जहाज, पानी के जहाज जैसे क्लास रूम भी बनाए जा रहे हैं। इसके लिए जिले की 20 स्कूलाें में स्मार्ट क्लास में बच्चे पढ़ाई करेंगे। इसके साथ ही टाॅयलेट भी बस जैसी आकृति के बनेंगे।
जिले की शिक्षा व्यवस्था में बहुत बड़ा बदलाव हाेने वाला है। बच्चाें काे गुणवत्तापूर्वक शिक्षा देने के लिए बाला गतिविधियाें के तहत पहले चरण में सभी 10 ब्लाॅक में दाे-दाे स्कूलों का चयन किया गया है। इन स्कूलाें में बाला कार्यक्रम के तहत एस लर्निंग बिल्डिंग एड संस्था द्वारा विद्यालयों के आंतरिक एवं बाहरी हिस्से को आकर्षक पेंटिंग कर सजाने से लेकर स्कूल की पूरी बिल्डिंग काे आकर्षक बनाया जाएगा।
स्कूल की दीवारों पर ज्ञानवर्धक पेंटिंग, बाला एक्टीविटी की शुरुआत की गई है। इसके अंतर्गत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को ज्ञानवर्धक शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इन स्मार्ट रूम पर 13 कराेड़ रुपए खर्च हाेंगे। यहां कंप्यूटर से लेकर सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हाेंगी। इसकाे लेकर प्रस्ताव भी बनाकर भेजे गए हैं।
स्कूल बिल्डिंग के हर काेने से सीखेंगे बच्चे
बिल्डिंग काे इस तरह बनाया जाएगा कि बच्चा स्कूल के किसी भी हिस्से में जाएगा ताे वहां सीखने के लिए कुछ न कुछ गतिविधि जरूर नजर आएगी। कलात्मकता व नवसृजन समर्थन को बढ़ावा देने के लिए बाला योजना के तहत विद्यालय की दीवारों, सीढ़ियाें तथा क्लासरूम आदि को आकर्षक बनाया जा रहा है। प्रशासन की इस महत्वाकांक्षी योजना से ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में पढ़ाई का बेहतर माहौल बनेगा।जिले में शिक्षा व्यवस्था में गुणवत्ता के लिए यह नवाचार किए जा रहे हैं। इसमें कार्यशाला का आयाेजन किया गया है। बच्चाें काे बाला गतिविधि के तहत इस प्रकार की गतिविधियां कराई जाएगी।