वैक्सीन:नवंबर की तुलना में 50 फीसदी घटा संक्रमण का फैलाव, जनवरी में वैक्सीनेशन की तैयारी4 चरणों में दी जाएगी वैक्सीन, पहले चरण में कोरोना योद्धाओं को वैक्सीन लगाने की योजना
नवंबर की तुलना में दिसंबर महीने में कोरोना संक्रमण का फैलाव करीब 50 फीसदी कम हो गया है। जहां नवंबर महीने के 20 दिन में 12720 पेशेंट मिले थे, वहीं दिसंबर महीने में यह आंकड़ा 20 दिन में 6174 केस ही मिले हैं। हालांकि कोरोना से दम तोड़ने वाले लोगों की संख्या नवंबर के मुकाबले दिसंबर में अधिक हैं। नवंबर में 20 दिन में 44 पेशेंट की मौत हुई थी, जबकि दिसंबर में अब तक 47 पेशेंट दम तोड़ चुके हैं।
वहीं अब स्वास्थ्य विभाग ने अगले महीने से वैक्सीनेशन की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए डाक्टरों की टीमें गठित करने के अलावा डाक्टरों व अन्य स्टाफ को स्वास्थ्य विभाग ने ट्रेनिंग भी दे दी है। स्वास्थ्य विभाग ने जिला में कोविड वैक्सीन को जनवरी 2021 से लगाए जाने की कार्ययोजना तैयार कर ली है।
शुरुआती तौर पर यह वैक्सीन कोरोना योद्धाओं जैसे स्वास्थ्य कर्मी व स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों दी जाएगी। दूसरे चरण में फ्रंटलाइन कोविड योद्धाओ जैसे पुलिसकर्मी, सिविल डिफेन्स, आर्म्ड फोर्सेज, तीसरे चरण में 50 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले बुजुर्ग व्यक्तियों को दी जाएगी। उसके बाद वैक्सीन उन लोगों को दी जाएगी, जिनकी आयु 50 वर्ष से कम है या पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं।
पोर्टल से की जाएगी वैक्सीनेशन की प्रक्रिया की मॉनिटरिंग
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने बताया कि वैक्सीन देने की प्रक्रिया की मॉनिटरिंग कोविन पोर्टल से की जाएगी। इस पोर्टल पर कोविड योद्धाओं का डाटा तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वेक्सीनेशन देने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी। एक टीम में 5 सदस्यों को रखा जाएगा।
जिसमें डाक्टर के साथ एक पुलिस, होम गार्ड या सिविल डिफेंस का जवान होगा, एक वैक्सीनेटर एक सदस्य ऑनलाइन पोर्टल पर डाटा अपडेशन के लिए व एक मॉनिटरिंग के लिए सदस्य रहेगा। पांच वैक्सीनेटर की यह टीम 100 लोगों के ग्रुप को वैक्सीन देगी। दिसंबर के पहले दस दिन के मुकाबले भी 50 फीसदी कम हुए केस| जहां नवंबर महीने के मुकाबले कोरोना की रफ्तार दिसंबर में 50 फीसदी कम हो गई है। वहीं दिसंबर के शुरूआत के 10 दिन के मुकाबले भी रफ्तार अगले दस दिन में कम हो गई है। दिसंबर के पहले दस दिन में जहां 4166 पॉजिटिव केस मिले थे।
वहीं अगले दस दिन में मात्र 2008 पॉजिटिव केस मिले हैं। रविवार को भी गुड़गांव में 128 पॉजिटिव केस मिले। वहीं दूसरे दिन भी किसी पेशेंट की मौत नहीं हुई, जिससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। इसी तरह 10 दिसंबर तक जहां 33 पेशेंट की मौत हुई थी, वहीं पिछले दस दिन में मात्र 14 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। जिससे मौत के मामले भी कम हुए हैं।