कोरोना संकट:19 जिलों में 40 से कम कोरोना मरीज मिले, 4 जिलों में 100 से कम एक्टिव केसप्रदेश में कोरोना संक्रमण घट रहा है। लगातार 22वें दिन गुरुवार को भी नए मरीजों के मुकाबले ठीक होने वालों की संख्या ज्यादा रही। रोज मिलने वाले नए संक्रमितों की संख्या भी हर दिन घट रही है। 725 नए मरीज मिले हैं। 19 जिलों में 40 से कम केस मिले। वहीं, 44% केस गुड़गांव, फरीदाबाद व पंचकूला में आए हैं। 1257 मरीज ठीक हुए हैं। इससे सक्रिय मरीज घटकर 7650 (2.92%) रह गए हैं।
4 जिलों में सक्रिय मरीजों की संख्या 100 से कम हो गई है। नूंह में अब सिर्फ 13 ही पॉजिटिव केस हैं। इनमें 4 नए केस गुरुवार को ही मिले हैं। पलवल में 53, महेंद्रगढ़ में 74, कैथल में 91 सक्रिय मरीज बचे हैं। राहत की बात यह भी है कि अब मरीजों की संख्या दोगुनी होने में 78 दिन लग रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 34553 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। अब तक 4,01,13,060 लोगों की जांच हो चुकी है।
गुरुवार को 11 ने दम तोड़ा, 50% मौतें 2 जिलों में हुईं
एक दिन में 11 मरीजों की जान गई है। इनमें सबसे ज्यादा 4 मौतें फरीदाबाद, 2 मौतें गुड़गांव में हुई है। यानी 50 फीसदी मौतें इन दो जिलों में हुईं। कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, फतेहाबाद, हिसार में 1-1 मरीज ने दम ताेड़ा है। अब तक कुल 2,56,369 संक्रमितों में से 2,45,933 (95.92%) ठीक हुए हैं। 2786 (1.08%) लोगों की मौत हुई है।
इन जिलों में 40 से कम नए केस
गुरुवार को 19 जिलों में 40 से कम नए पॉजिटिव मिले हैं। इनमें रोहतक में 37, सोनीपत में 35, जींद मे 31, यमुनानगर में 29, रेवाड़ी में 28, सिरसा में 27, हिसार व करनाल में 26-26, पानीपत में 24, कुरुक्षेत्र में 25, झज्जर में 23, अम्बाला में 19, महेंद्रगढ़ में 16, भिवानी, पलवल, चरखी दादरी में 12-12, फतेहाबाद में 11, कैथल में 5 और नूंह में 4 नए मरीज मिले हैं।
सैंपल बाथरूम में मिलने पर माइक्रोबायलॉजिस्ट बर्खास्त
नवंबर माह की शुरुआत में 5257 कोराेना सैंपल जांच के लिए न भेजने के मामले में माइक्रोबायलॉजिस्ट नमिता बूरा की लापरवाही सामने आई है। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है। सीएमओ डॉ. सुदर्शन पंवार ने बताया कि 5257 कोराेना सैंपल एसडीएम के निरीक्षण के दौरान सिविल अस्पताल के एक कमरे के बाथरूम में मिले थे। मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के एडीजी 10 दिसंबर को अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान कोविड-19 नोडल अधिकारी व माइक्रोबायलॉजिस्ट से स्पष्टीकरण मांगा गया था। इसमें माइक्रोबायलॉजिस्ट की लापरवाही सामने अाई। उन्हें टर्मिनेट कर दिया है। कोविड-19 जिला नोडल अधिकारी चंचल तोमर से चार्ज वापस लेकर डॉ. गौरव भारद्वाज को पहले ही दिया जा चुका है।
विज की हालत स्थिर, अभी चार दिन आईसीयू में रखने का फैसला
मेदांता अस्पताल में भर्ती गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की हालत स्थिर है। अभी वे ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। मेदांता की डाॅक्टर सुशीला कटारिया की अगुवाई में सीएमओ विरेन्द्र यादव समेत 5 डाॅक्टर उनकी देखरेख कर रहे हैं। डाॅक्टरों ने उन्हें अभी 4 दिन तक आईसीयू में रखने का फैसला लिया है। मंगलवार रात से लेकर गुरुवार तक उनके कई टेस्ट किए गए हैं। रिपोर्ट्स में निमोनिया के कारण फेफड़ों में संक्रमण पाया गया है। मेदांता के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एके दूबे ने बताया कि मंत्री को कोविड निमोनिया है। उन्हें आईसीयू में रखा गया है। उनकी रिपोर्ट्स संतोषजनक है। ऑक्सीजन लेवल बहुत नीचे आ गया था, पर उसे कंट्रोल कर लिया है। बुधवार को प्लाज्मा यूनिट दी गई थी। इसका असर जल्द ही दिखाई देने लगेगा।