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किसान आंदोलन:मंत्री, सांसद व विधायक के घर जाने वाले रास्ते पुलिस ने रखे सील,

किसान आंदोलन:मंत्री, सांसद व विधायक के घर जाने वाले रास्ते पुलिस ने रखे सील, सचिवालय के सामने धरना दे लौटे प्रदर्शनकारीकिसान, कर्मचारी, मजदूर व अन्य संगठनों ने शहर में प्रदर्शन कर किया कृषि कानूनों का विरोधकृषि कानून व बिजली बिल 2020 को रद्द करने की मांग पर और किसानों के समर्थन में सोमवार को किसान, कर्मचारी, मजदूर, राजनीतिक पार्टी समेत विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने शहर में प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन डीडीपीओ को सौंपा।

इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने लगभग एक घंटे तक लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया। प्रदर्शनकारी सांसद, विधायक व मंत्री के आवास पर पहुंचकर प्रदर्शन न करने पाए इसके लिए पहले से ही तीनों स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समनव्य समिति के आह्वान पर सोमवार को आंदोलनरत किसानों के समर्थन में अनेक लोग नेहरू पार्क में जमा हुए। इसके बाद नारेबाजी करते हुए महाराणा प्रताप चौक से पुराना बस स्टैंड व चिड़ियाघर मोड़ होते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए भारी पुलिस बल, दंगा रोधी दस्ता, एंबुलेंस, फायरब्रिगेड आदि पहले से ही तैनात थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गेट पर ही रोक लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी गेट के सामने ही सड़क पर बैठ गए।
इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए किसान सभा नेता करतार कर्ण सिंह जैनावास, राजेश कुंंगड़, कामरेड ओमप्रकाश, गंगाराम श्योराण ने कहा कि सरकार तुरंत प्रभाव से तीन कृृषि कानूनों व बिजली बिल 2020 को रद्द करे। उन्होंने कहा कि किसान 18 दिन से सर्दी के बावजूद सड़कों पर है। जब तक किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा आंदोलन जारी रहेगा। समाज सेवी परमजीत मड्‌डू ने कहा कि सरकार फसलों का एमएसपी लागू करें और जो एमएसपी से कम रेट पर फसलें खरीदे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाए।

प्रदर्शन में अखिल भारतीय किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन, जय किसान आंदोलन, अखिल भारतीय कृृषक खेत मजदूर संगठन, सीटू, सर्व कर्मचारी संघ, जनवादी महिला समिति, एआईयूटीयूसी आदि संगठनों के सदस्यों की भागेदारी रही। प्रदर्शन को कांग्रेस, माकपा, आम आदमी पार्टी, बीएसपी आदि ने भी समर्थन किया। इस मौके पर कांग्रेस नेता अमर सिंह हालुवास, कमल सिंह प्रधान, बलबीर बजाड़ भारतीय किसान यूनियन से मेवा सिंह आर्य, धर्मपाल भारीवास, जय किसान आंदोलन के युद्ववीर सिंह अहलावत, अखिल भारतीय कृृषक खेत मजदूर संगठन से जिले सिंह, रोहताश आदि विभिन्न संगठनों के सदस्य व किसान मौजूद थे।

प्रदर्शनकारी नहीं पहुंचे तो पुलिस ने ली राहत की सांस
प्रशासन को आशंका थी कि प्रदर्शनकारी सांसद, विधायक व मंत्री के आवास के आवास पर पहुंचकर धरना-प्रदर्शन करेंगे। इसके चलते प्रशासन ने सांसद धर्मबीर सिंह के विद्यानगर, कृषि मंत्री जेपी दलाल के सेक्टर-13 तथा विधायक घनश्याम सर्राफ के बाग कोठी स्थित आवास के बाहर पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात कर दिया था। तीन स्थानों पर आवासों की तरफ जाने वाले रास्तों पर पुलिस के जवान दिनभर तैनात रहे। प्रदर्शनकारी जब सांसद, मंत्री व विधायक के आवास पर नहीं पहुंचे तो पुलिस ने राहत की सांस ली।

लोहारू में उपमंडल कार्यालय के सामने किसानों ने दिया धरना
किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर किसान मजदूर शोषण मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारियों ने प्रधान पृथ्वी सिंह श्योराण के नेतृत्व में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर उपमंडल अधिकारी के कार्यालय के समक्ष धरना दिया। किसानों ने कहा कि सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़कर किसानों के हितों के लिए कानून बनाने चाइए। मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में पूरे देश के किसान एकजुट है तथा शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन चला रहे है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों को तुरंत रद्द करने व बिजली अधिनियम 2020 को भी निरस्त करने की मांग की।

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