किसान आंदोलन का 20वां दिन:दिन में भूखे रहे किसान, शाम को अरदास के बाद पानी व फल से खत्म किया अनशन, बॉर्डर पर 7 घेरे की सुरक्षाचढूनी ने लगाया आरोप : सरकार एमएसपी पर लोगों को कर रही भ्रमित, जिला मुख्यालयों पर किसानों का प्रदर्शन, कई जगह लगाया जाम,
गुरु के बाज हर जगह अरदास और उसके बाद वाहेगुरु के नारे लगाकर खोला अनशनकिसान आंदोलन के 20वें दिन तीन कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार काे अन्नदाता भूख हड़ताल पर रहे। किसानों ने भूख हड़ताल के लिए पहले से कार्यक्रम तय कर रखा था कि जो किसान नेता जिस बॉर्डर पर हैं, वहीं रहकर सुबह 8 से शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल करेंगे।
कुंडली, टिकरी और रेवाड़ी के बॉर्डर पर किसान नेता सुबह 8 बजे मंच पर पहुंच गए और भूख हड़ताल शुरू की। इसके बाद दिनभर किसान नेताओं ने किसानों को मंच से संबोधित किया और कहा कि जो किसान सभी का पेट भरता है आज उसे सरकार की नीति और नीयत के कारण भूखा रहना पड़ रहा है। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार अगर नहीं मानी तो एक दिन क्या, हम लंबा अनशन करने को भी तैयार हैं। शाम को 5 बजे हर जगह किसानों ने गुरु नानक देव जी की अरदास की और इसके बाद पानी और फलों के साथ अपनी भूख हडताल खत्म की।
किसानों की भूख हड़ताल खत्म करने के लिए पहले से ही मंच पर सेब और संतरे आदि की व्यवस्था की गई थी। किसानों ने स्पष्ट कर दिया था कि कोई भूख हडताल के लिए बाधित नहीं है, केवल किसान नेता ही भूखे रहेंगे। लेकिन उनके समर्थन में तीनों बॉर्डर पर हजारों के संख्या में किसानों ने भी भूख हडताल रखी।
सीआरपीएफ व दिल्ली पुलिस के जवान बढ़ाए
टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के धरने को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने तीन लेयर की सुरक्षा को बढाकर 7 लेयर की कर दिया है। बाॅर्डर पर सीआरपीएफ व दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा इंतजाम पहले की तुलना में और तेजी से बढ़ा दिए हैं। खासतौर से सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बढ़ती जा रही भीड़ को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
चढूनी ने वीडियो जारी कर लगाए सरकार पर आरोप
भाकियू (हरियाणा) के अध्यक्ष गुरनाम चढूनी ने वीडियो जारी कर कहा कि सरकार यह कहकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि वे एमएसपी पर फसल खरीदना जारी रखेंगे। अमित शाह ने 8 दिसंबर की मीटिंग में कहा था कि केंद्र 23 फसलों को एमएसपी पर नहीं खरीद सकता, क्योंकि इसपर 17 लाख करोड़ खर्च होते हैं।