LAC पर फिर चीनी साजिश:लद्दाख से अरुणाचल तक बॉर्डर पर मिलिट्री कैंप बना रहा चीन, इससे PLA को पेट्रोलिंग में मदद मिलेगीडोकलाम विवाद के बाद से चीन लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के आसपास अपनी साजिशों से बाज नहीं आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक, चीनी सेना ने बॉर्डर के आसपास के गहराई वाले इलाकों में संघर्ष से निपटने के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। चीनी सेना लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक LAC के आसपास कई मिलिट्री कैंप डेवलप करने में जुटी हुई है। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि चीन का मकसद अपने सैनिकों को पेट्रोलिंग के लिए अच्छे हालात मुहैया कराना हो सकता है।
भारत और चीन के बीच अप्रैल-मई से ही तनाव बना हुआ है। दोनों देशों के जवान लद्दाख में करीब 18 हजार फीट की ऊंचाई पर कड़ाके की ठंड में भी एक-दूसरे के सामने डटे हुए हैं।
बॉर्डर पर 20 चीनी कैंप होने की आशंका
सरकार के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि चीनी सेना को LAC पर मिलिट्री कैंप बनाते देखा गया है। वहां करीब 20 के आसपास ऐसे कैंप के होने की आशंका है। वहां कुछ नागरिकों की मौजूदगी भी देखी गई है। उन्होंने बताया कि ऐसे कैंप चीनी सेना को दुर्गम इलाकों में पेट्रोलिंग के लिए बेहतर हालात मुहैया कराने में मददगार हो सकते हैं।
दो महीने से ज्यादा चला था डोकलाम विवाद
दोनों देशों के बीच 2017 में डोकलाम विवाद दो महीने से ज्यादा चला था। मामला उस वक्त सामने आया, जब भारत ने चीन द्वारा बनाई जा रही सड़क कास विरोध किया था। इस सड़क से चीनी सेना को चिकेन नेक इलाके तक पहुंच आसान हो जाती, जो भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों से जुड़ा हुआ इलाका है। भारत के इस कदम को पूरी दुनिया में सराहा गया था। ऐसा पहली बार था, जब किसी देश ने अपनी संप्रभुता के लिए चीनी सेना के खिलाफ आवाज बुलंद की थी।
पूर्वी लद्दाख में भी भारत ने मुंहतोड़ जवाब
पूर्वी लद्दाख में जारी वर्तमान संघर्ष में भी भारत ने चीनी आक्रामकता का बहादुरी से सामना किया और उसे पीछे हटने को मजबूर कर दिया। इलाके में सीमा पर चीनी सेना करीब 60 हजार सैनिक, हथियार और टैंक-तोप के साथ पहुंच गई थी। भारत ने भी चीन के मुकाबले में बराबरी से सेना और हथियारों की तैनाती कर रखी है।