अमेरिकी कॉमर्स मिनिस्टर की वॉर्निंग:चीन एशिया में सैन्य-आर्थिक रूप से बड़ा खतरा, वो ट्रेड का कोई नियम नहीं मानताअमेरिका के वाणिज्य मंत्री बिलवर रोस के मुताबिक, चीन एशिया के लिए सैन्य और आर्थिक तौर पर सबसे बड़ा खतरा है। रोस ने कहा कि चीन ऐसा देश है जो ट्रेड में किसी भी अंतरराष्ट्रीय नियम को मानने तैयार नहीं है। रोस ने यह बातें मंगलवार को सिंगापुर के मिल्केन इंस्टीट्यूट में एशिया समिट के दौरान कहीं।
अमेरिका ने सही कार्रवाई की
ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर काफी तेज रहा। रोस ने भी इसका जिक्र किया। कहा- ड्यूटी ऑर्डर्स की जहां तक बात है तो चीन ने 210 बार नियम तोड़े। इसका उसको फायदा हुआ और अमेरिका को नुकसान। इसके बाद हमने चीनी कंपनियों को लेकर सख्त रुख अपनाया। अमेरिका को अपनी नेशनल सिक्योरिटी पर फोकस करना है। रोस ने एंटी डम्पिंग ड्यूटी का जिक्र भी किया। उनके मुताबिक, चीन ने गैर कानूनी तौर पर अपने प्रोडक्ट्स की कीमतें कम कीं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचा।
चीन सुधरने वाला नहीं
समिट के दौरान रोस ने एशियाई देशों को खासतौर पर अलर्ट किया। कहा- हम साफ तौर पर देख सकते हैं कि चीन एशियाई देशों के लिए आर्थिक और सैन्य रूप से सबसे बड़ा खतरा है। उसने इस क्षेत्र के 14 देशों के साथ कारोबारी समझौते किए हैं, लेकिन इससे संवेदनशील मामले हल नहीं होंगे।
रोस ने कहा- सबसे जरूरी बात बात यह है कि हम यानी दुनिया के देश फ्री और फेयर ट्रेड पर फोकस करें। इस दौरान हमें अपनी नेशनल सिक्योरिटी और आर्थिक हितों को ध्यान में रखना होगा और इसमें कोई बुराई नहीं है।
अमेरिका और चीन का ट्रेड वॉर जारी
ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान अमेरिका और चीन के आर्थिक रिश्ते बेहद खराब दौर से गुजर रहे हैं। अमेरिका ने हाल ही में चीन की कई कंपनियों के अमेरिका में कारोबार पर रोक लगा दी। अमेरिका ने आरोप लगाया कि ये कंपनियां कहीं न कहीं चीन की सेना को मदद पहुंचाती हैं। इनके कारोबारी तरीकों से दुनिया की अर्थ व्यवस्था को खतरा पैदा हो गया है।