फिटनेस प्रेम की मिसाल:ब्रिटिश फौज से रिटायर्ड 102 वर्षीय जगन लांबा पूरी तरह फिट, रोज पहले पक्षियों को दाना देकर फिर करते हैं भोजन12 महीने करते हैं गर्म पानी से स्नान, नीम की दातुन से करते हैं दिन की शुरुआत
नाश्ते में दही के साथ दो रोटी व रात को तीन रोटी के साथ मीठा खाना नहीं भूलतेहिसार के बुढाना गांव के 102 साल के जगन लांबा ने फिटनेस प्रेम की मिसाल पेश की है। इस उम्र में भी जगन को चलने-फिरने और खाने में कोई दिक्कत नहीं। उन्होंने बताया कि वे पहले सुबह पक्षियों को दाना डालते हैं। इसके बाद खुद भोजन करते हैं। उनके सभी दांत इतने दुरुस्त हैं कि इस उम्र में भी गन्ना और भुट्टा चाव से खाते हैं। खाने में सुबह दो रोटी दही और दो रोटी ही खाते हैं। उन्हें 1947 से पहले के ब्रिटिश आर्मी से मिले कोड अब तक याद हैं।
जगन बताते हैं कि उनकी सेहत का राज डेली रुटीन, देसी खानपान और जवानी में की फिजीकल एक्टिविटीज हैं। 1947 से ही फौज से रिटायर होने के बाद खेत में मेहनत की। कुश्ती व कबड्डी नहीं छोड़ी। कुएं से पानी खींचकर गांव के मेलों में जलसेवा करते हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने जिला मुख्यालय पर 3 दिसंबर काे राज्य स्तरीय सनीटेरियन अवाॅर्ड से नवाजा है।
नीम की दातुन से करते हैं दिन की शुरुआत, चाय पी ही नहीं
जगन बताते हैं कि उनके मजबूत दांतों का राज नीम की दातुन है। दिन में 2 घंटे धूप सेक कर विटामिन डी लेते हैं। सुबह 5 बजे उठ जाते हैं और साल के 12 महीने गर्म पानी से नहाते हैं। पैदल चल खेतों में पक्षियों को दाना डाले बिना ये भोजन ग्रहण नहीं करते। 102 साल की उम्र में भी जगन की डाइट नॉर्मल हैं। दिन में 2 बार भोजन करते हैं। नाश्ते में दही और रात के खाने में मीठा जरूर लेते हैं। उन्होंने कभी चाय नहीं पी। आज भी दो गिलास दूध जरूर पीते हैं।
3 पीढ़ियों से परिवार देश सेवा में, 600 से ज्यादा को दी ट्रेनिंग
लांबा बेटों के साथ गांव के अनेक युवाओं को आर्मी में जाने के लिए प्रोत्साहित करते रहे हैं। इनके 4 में से दो बेटे ओम प्रकाश और अशोक लांबा आर्मी से रिटायर हैं। 3 पोते अनिल, संदीप और बलजीत भी आर्मी से रिटायर हैं। जगन के पड़-पोते भी आर्मी में जाने की तैयारी कर रहे हैं। जगन ने 600 युवाओं को फिजिकल और हथियारों की बेसिक ट्रेनिंग देकर आर्मी में जाने के लिए प्रोत्साहित किया है। उनके द्वारा ट्रेंड 60 से ज्यादा युवा आर्मी में भर्ती हुए हैं।