क्रिकेट कमेटी के अध्यक्ष कुंबले बोले:चहल को बतौर कन्कशन सब्स्टीट्यूट लाना भारत का सही फैसला, जरूरी नहीं दिक्कत ऑन-फील्ड आएपूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले ने भारत के कन्कशन रिप्लेसमेंट के फैसले को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि दिक्कत ऑन फील्ड हो, ड्रेसिंग रूम जाकर भी प्रॉब्लम हो सकती है। बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टी-20 में रविंद्र जडेजा के कन्कशन रिप्लेसमेंट के तौर पर युजवेंद्र चहल को शामिल किया गया था। चहल ने अपने शानदार प्रदर्शन से टीम इंडिया को जीत दिलाई थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस फैसले की आलोचना की थी।
जडेजा के सिर में चोट लगी थी
कुंबले ने कहा, ‘फिल ह्यूज के दुखद मौत के बाद यह नियम लागू किया गया था। जब किसी के सिर पर चोट लगती है, तो उसके स्थान पर दूसरे खिलाड़ी को आना होता है। मुझे पता है कि जडेजा के सिर पर चोट लगने से पहले या बाद उन्हें हैम-स्ट्रिंग की प्रॉब्लम आई थी। जब वह चोटिल हुए तो मुझे नहीं लगता कि इससे उनके कन्कशन रिप्लेसमेंट से कोई लेना देना है।’
जरूरी नहीं कि कन्कशन ऑन फील्ड हो
कुंबले ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि जडेजा ने फीजियो को बुलाया होगा। ये अंपायर का फैसला होता है कि वे मैच रोककर फीजियो को बुलाएं। ये नहीं हो सका क्योंकि जडेजा ने बैटिंग करना जारी रखा। कन्कशन जरूरी नहीं कि फील्ड में ही हो। वे आपके ड्रेसिंग रूम में जाने के बाद भी हो सकता है। आप ड्रेसिंग रूम में जाकर सिर दर्द या चक्कर महसूस कर सकते हो। इसके बाद डॉक्टर्स मोर्चा संभालते हैं और खिलाड़ी को खेलने से रोकते हैं। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ।’
चहल को कन्कशन के तौर पर लाना सही फैसला
कुंबले ने कहा कि वह इस बात को नहीं मानते कि जडेजा एक ऑलराउंडर है और उनकी जगह एक ऑलराउंडर को ही मैदान पर आना चाहिए था। पूर्व लेग स्पिनर ने कहा, ‘जडेजा बल्लेबाजी में अपना योगदान दे चुके थे और वे एक स्पिनर हैं। इसलिए एक स्पिनर (चहल) को लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट के रूप में लाया गया।’
भारत गेंदबाजी कर रहा होता तो कन्कशन रिप्लेसमेंट कोई और होता
कुंबले ने कहा, ‘अगर भारत गेंदबाजी कर रहा होता और तब जडेजा को कन्कशन होता, तो मुझे नहीं लगता कि चहल को लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट के तौर पर लाया जाता। इस वक्त आप जडेजा को एक बल्लेबाज के तौर पर देखते। मुझे यकीन है कि चहल को भारत ने अंतिम-15 में रखा गया होगा। इसलिए कन्कशन रिप्लेसमेंट को लेकर मुझे कोई समस्या नहीं है।’
ICC को सिफारिश करने वाली कमेटी के हेड थे कुंबले
कुंबले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के क्रिकेट कमेटी के हेड हैं। उनके नेतृत्व में क्रिकेट कमेटी ने आस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज फिल ह्यूज के निधन के बाद इस नियम की सिफारिश की थी। बाद में ICC ने इस नियम को अपनी मंजूरी दी थी।