खास बातचीत:फिल्म ‘टेनेट’ से इंटरनेशनल डेब्यू कर रहीं हैं डिंपल कपाडिया, बोलीं- ‘ऑडिशन के वक्त क्रिस्टोफर नोलन को सामने देख डायलॉग भूल गई थी’डिंपल कपाडिया जल्द ही अपना इंटरनेशनल डेब्यू कर रही है। वह क्रिस्टोफर नोलन की अगली फिल्म टेनेट में एक मुख्य किरदार निभाते हुए नजर आएंगी। दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान उन्होंने अपने इंटरनेशनल डेब्यू और फिल्म से जुड़े कुछ रोचक किस्से साझा किए हैं।
क्रिस्टोफर नोलन का डायरेक्शन भारतीय निर्देशकों से कितना अलग है?
क्रिस्टोफर नोलन का फिल्म बनाने का तरीका बहुत अलग होता है। वे बहुत फोकस होकर काम करते हैं और अपनी स्क्रिप्ट में हमेशा कुछ न कुछ चीज छिपाते हैं। उनकी फिल्म कभी भी एक बार देखने में समझ नहीं आती। अगर आप उनकी फिल्म देख रहे हैं पहली बार तो आप उसे देखकर अचंभित हो जाएंगे। जब आप उसे दूसरी तीसरी बार देखेंगे तब स्टोरी और क्लियर होती जाएगी, यह खासियत है क्रिस्टोफर नोलन की शैली की। उनकी फिल्म द प्रेस्टीज 4 बार देख चुकी हूं और लगता है कि कुछ दिनों में फिर से एक बार देखूंगी।
कैसे ऑफर हुआ आपको यह किरदार?
क्रिस्टोफर नोलन जैसे डायरेक्टर के साथ इंटरनेशनल डेब्यू होना बहुत बड़ी बात है। मुझे जब इस रोल के लिए मेरी कास्टिंग डायरेक्टर ने कॉल किया तब मैंने ऑडिशन लिंक बनाकर भेजा। हालांकि मैं डर रही थी क्योंकि इतने बड़े डायरेक्टर है मुझे लगा शायद सिलेक्ट नहीं होंगी और अगर सिलेक्ट नहीं हुई तो बुरा लगेगा। जब मैं वहां गई और मैं उनसे मिली और जब मैंने ऑडिशन दिया तो पहला टेक तो मैंने बहुत अच्छा दिया लेकिन दूसरे टेक में मैं अटक गई और मैंने उन्हें बताया कि कैसे मैं उनके सामने होने पर ब्लैंक हो जा रही हूं, सब भूल रही हूं।
तब क्रिस्टोफर ने अपने हाथ में कैमरा लेकर शूट करना चालू किया और मुझे बहुत कंफर्टेबल फील करवाया। उनकी यह खासियत है कि वह खुद बहुत फोकस होकर काम करते हैं और पूरी टीम को भी उतना ही फोकस करवाते हैं ।
इस रोल को निभाने के लिए अपनी जीवन शैली में किस तरह का बदलाव लाया है?
मुझे याद है कि इस रोल के लिए सिलेक्ट होने के बाद क्रिस्टोफर नोलन में मुझे कहा था कि आपको अपने बालों को सफेद करना पड़ेगा। तब मैंने सोचा इस उम्र में जो थोड़े बहुत काले बाल बचे थे उनका भी सत्यानाश कर के उन सब को सफेद ही कर दिया जाए। इस फिल्म के लिए शूटिंग करने में मुझे कोई भी दिक्कत नहीं आई। सेट पर सब ने बहुत कंफर्टेबल फील कराया।
कोरोना काल के दौरान भारतीय इस फिल्म को देखने सिनेमाघरों में क्यों जाएं?
क्रिस्टोफर नोलन जैसे डायरेक्टर के इंडिया में लाखों फैंस है जब कभी उनकी फिल्म आती है तो लोग सिनेमाघरों की तरफ रुख करते हैं इस कोरोना काल में भी मुझे उम्मीद है कि लोग प्रिकॉशन रखते हुए इस फिल्म को देखने जरूर आएंगे जब मॉल जा सकते हैं, काम करने के लिए बाहर निकल सकते हैं तो फिर इस फिल्म को भी देखने जरूर जाएं। यह फिल्म 4 दिसंबर को भारत में रिलीज हो रही है।
फिल्में में कास्टिंग होने से बेटी ट्विंकल और अक्षय का क्या रिएक्शन था?
कास्टिंग की खबर मिलते ही मैंने सबसे पहले यह न्यूज अपनी मां को सुनाई। उनके चेहरे पर एक बहुत प्यारी मुस्कान थी मैंने उन्हें कहा कि तुम्हारी बेटी को यह पार्ट मिल गया है। ट्विंकल और अक्षय को जब यह पता चला वह बहुत खुश हुए और बहुत गर्व भी महसूस कर रहे थे। मेरे नाती, नातिन नितारा और आरव तो बहुत एक्साइटेड थे क्योंकि इतने बड़े नामचीन डायरेक्टर के साथ मुझे अपना इंटरनेशनल डेब्यू करने का मौका मिला।