हरियाणा बिजली निगम ने लिया फैसला:केवाईसी अपडेट न कराने पर बिजली सब्सिडी नहीं,जून में हुआ था सर्कुलर जारीहरियाणा बिजली निगम ने अब उपभाेक्ताओं के लिए केवाईसी अपडेट कराना अनिवार्य कर दिया है। इसके चलते जाे उपभोक्ता अपने कनेक्शन खाते में मोबाइल नंबर और आधार नंबर अपडेट कराएंगे, उन्हें ही सरकारी सब्सिडी का लाभ मिल पाएगा। जाे उपभोक्ता केवाईसी अपडेट नहीं कराएंगे, उन्हें जनवरी-2021 से बिलाें में सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा। बिजली बिलाें पर प्रति यूनिट सब्सिडी देने वाला यह सर्कुलर जून 2020 में जारी हुआ था। लेकिन लागू इसी माह में हुआ है।
पानीपत में छाजपुर सब डिवीजन के एसडीओ अशाेक कुमार ने कहा कि सरकार घरेलू व खेताें के कनेक्शनों पर अलग-अलग सब्सिडी देती है। सभी उपभाेक्ता कनेक्शन खाते में जल्द से जल्द मोबाइल नंबर व आधार कार्ड अपडेट करा लें। किसी उपभोक्ता काे परेशानी आती है ताे संबंधित एरिया के बिजली कार्यालय में शिकायत दर्ज कराएं। बिना केवाईसी अपडेट कराए सब्सिडी का लाभ नहीं मिल पाएगा।
ऐसे समझें: 500 यूनिट तक 438 रु. सब्सिडी
अगर किसी उपभोक्ता के घरेलू कनेक्शन पर लगे मीटर में 2 माह में 500 यूनिट निकलती हैं ताे बिल 2775 रु. का बनता है। जाे उपभोक्ता केवाईसी अपडेट करा देंगे, उन्हें 2337 रु. ही जमा कराने हाेंगे। ऐसे में 438 रु. का लाभ होगा। यूनिटाें के कम व ज्यादा हाेने पर लाभ राशि भी कम ज्यादा हाे जाएगी।
इन्हें नहीं मिलता फायदा
501 से 800 या अधिक यूनिट पर प्रति यूनिट रेट 7.10 रु. है। इस कैटेगरी में सब्सिडी नहीं मिलती।
किसानों को 5.88 रु. यूनिट सब्सिडी
किसानाें काे 99.8% सब्सिडी मिल रही है। खेताें के कनेक्शन पर प्रति यूनिट 6 रु. तक रेट है। जबकि प्रति यूनिट मात्र 12 पैसे लिए जाते हैं। यानी प्रति यूनिट 5.88 पैसे सब्सिडी मिलती है। केवाईसी अपडेट न कराने पर उन्हें भी सब्सिडी नहीं मिलेगी।
एवरेज के हिसाब से बिल जमा कराने वाले भी ध्यान दें
एवरेज बिल जमा कराने वालों काे सब्सिडी का लाभ नहीं मिल पाता। बिल में कम यूनिट भरवाने वाले भी घाटे में रहते हैं, क्योंकि जैसे ही यूनिट सही दर्ज कर ली जाती हैं तब स्लैब सिस्टम के बजाय महंगी वाली यूनिट के हिसाब से बिल आता है।
ये हैं बिजली की दरें
0 से 150 यूनिट तक रेट 4.50 रु. प्रति यूनिट है। सब्सिडी के बाद 0 से 200 यूनिट तक 2.50 रु. है।
151 से 250 यूनिट तक दरें 5.25 रु. यूनिट है। सब्सिडी के बाद 201 से 250 यूनिट तक 10% तक छूट मिलती है।
251 से 500 यूनिट तक दरें 6.30 रु. यूनिट है। सब्सिडी के बाद 251 से 500 यूनिट तक 10% छूट।