SCO मीट में भारत की दो टूक:उप-राष्ट्रपति बोले- भारत हर आतंकवाद के खिलाफ, लेकिन क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म सबसे बड़ी चुनौतीशंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) में भारत ने आतंकवाद पर चिंता जाहिर की। मीट को संबोधित करते हुए उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म (सीमा पार आतंकवाद) हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि भारत हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है, लेकिन हम विशेष रूप से उन देशों के बारे में चिंतित हैं, जिनकी नीतियों के जरिए आतंकवादी लाभ उठाते हैं।
पहली बार भारत में हो रही मीट
ऑर्गनाइजेशन में फुल मेंबरशिप मिलने के बाद पहली बार भारत की चेयरमैन शिप में समिट लेवल की बैठक हो रही है। पाकिस्तान के बारे में उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि SCO में जानबूझकर द्विपक्षीय मुद्दों को लाने की कोशिश की गई। उन्होंने इसे सिद्धांतों और मानदंडों के खिलाफ बताया बताया।ग्लोबल इंस्टीट्यूशंस में रिफॉर्म पर दिया जोर
भारत ने ग्लोबल इंस्टीट्यूशंस में भी रिफॉर्म की बात कही। उन्होंने कहा कि कोरोना का सोशियो-पॉलिटिकल इम्पैक्ट काफी ज्यादा रहा है और इससे ग्लोबल इंस्टीट्यूशंस की कमजोरियां उजागर हुईं हैं। यह हमारे लिए WHO समेत सभी ग्लोबल इंस्टीट्यूशंस में जरूरी सुधार लाने का समय है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद हमें हमारी विकास रणनीतियों को फिर से बनाने के लिए काम करना होगा।
भारत की जीडीपी 5 ट्रिलियन तक पहुंचने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि भारत ने मजबूती से कोरोना महामारी का मुकाबला किया है। इसके साथ आर्थिक स्थिरता के लिए भी देश ने उल्लेखनीय काम किया है। भारत में कोरोना से होने वाली मौत की दर भी दुनिया में सबसे कम रही है। उन्होंने कहा कि 2025 तक भारत की जीडीपी 7 ट्रिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। 29 साल की औसत आयु के साथ ऐसा करने वाला भारत सबसे युवा देश होगा।