100 साल पुरानी स्पाटू रोड की गाेशाला में लगाई गाेबर से गो-काष्ठ बनाने की मशीन, अंतिम संस्कार में प्रयोग होगीएक अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होती है औसतन 400 किलो लकड़ी, उसकी जगह लकड़ीनुमा ब्लॉक लगेंगेस्पाटू रोड की 108 साल पुरानी गोशाला में अब गाय के गोबर से लकड़ी नुमा ब्लॉक (गो-काष्ठ या फ्यूल स्टिक) तैयार होंगे। यह अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होंगे। एक शव के अंतिम संस्कार में करीब 4 क्विंटल लकड़ी लग जाती है। रोटरी क्लब अम्बाला सेंट्रल की ओर से दी गई काऊ डंग वुड ब्लाॅक मेकिंग मशीन का विधायक असीम गोयल ने लोकार्पण किया। क्लब के प्रधान डाॅ. सुरजीत आंगरा ने बताया कि क्लब के सदस्य दीपक गुलाटी की तरफ से अपने दादा स्व. कृष्ण गुलाटी की स्मृति में मशीन दी है।
स्पाटू रोड गाेशाला ट्रस्ट सोसाइटी के अध्यक्ष सेठ मदन लाल ने कहा कि मशीन से रोजाना जितने गोबर के ब्लाॅक तैयार होंगे, उन्हें अंतिम संस्कार स्थलों पर भेज दिया जाएगा। मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने बताया कि रोटरी क्लब ने इसके लिए अपने रोट्रेक्ट क्लब की ड्यूटी लगाई है जिसके वालंटियर जगह-जगह जाकर वहां की जरूरत की ग्राउंड रिपोर्ट जांचेंगे और फिर गाेशाला के समन्वय से पूरा माल वितरित कराया जाएगा। मुहिम को पूरे शहर में कारगर बनाने के लिए एमडीएसडी कॉलेज की टीम भी सहयोग कर रही है।
प्रिंसिपल किरण आंगरा ने कहा कि कॉलेज में क्लब के रोट्रेक्ट के अलावा स्टाफ भी योगदान देगा। मौके पर डिस्ट्रिक्ट असिस्टेंट गवर्नर अशोक शर्मा, रोटरी क्लब अम्बाला सेंट्रल से सचिव पुनीत बत्रा, सीए रोहित गुप्ता, केएस वालिया, रमन दुग्गल, शुभम अग्रवाल, राजेश चोपड़ा, डीके मंगला, आशीष अग्रवाल, गाेशाला सचिव विनोद बंसल, सनातन धर्म सभा के प्रधान वीरेंद्र अग्रवाल, कोषाध्यक्ष सुरेश बंसल, रितेश गोयल, संजीव गोयल टोनी, अमन सूद, जिला परिषद सदस्य मंदीप राणा व गुरविंद्र मानकपुर मौजूद रहे।