समस्या:किसानों के दिल्ली कूच के कारण एक्सप्रेस-वे पर चार घंटे तक बनी रही ट्रैफिक जाम की स्थितिकृषि कानूनों के विरोध में किसानों के दिल्ली कूच से दिल्ली-गुड़गांव सीमा से लेकर रजोकरी बॉर्डर तक शुक्रवार सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर लगभग 12 बजे तक वाहन रेंगते रहे। इस वजह से काफी लोग समय से काम पर नहीं पहुंच पाए। वहीं दूसरी ओर दिल्ली मेट्रो की सेवाएं भी दूसरे दिन सुचारु नहीं रही, जिससे गुड़गांव व दिल्ली के बीच सफर करने वाले हजारों यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी।
हालांकि हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से गुरु द्रोणाचार्य मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो चली लेकिन दिल्ली पहुंचने के लिए लोगों को ऑटो का महंगा किराया देकर जाना पड़ा। इसके बाद सुलतानपुर मेट्रो स्टेशन से मेट्रो से सफर करना पड़ा। वहीं शाम करीब 5.30 के बाद मेट्रो का संचालन शुरू कर दिया गया।
शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे से ही दिल्ली पुलिस ने किसान आंदोलन को लेकर रजोकरी बॉर्डर पर नाके लगाकर वाहनों की जांच शुरू कर दी थी। शुक्रवार सुबह 8 बजे के बाद जैसे ही वाहनों का दबाव बढ़ा वैसे ही जाम जैसी स्थिति बनने लगी थी। कुछ ही देर में वाहनों की लाइनें एंबियंस मॉल के सामने तक पहुंच गई थी। इसका असर सर्विस लेन पर भी पड़ा।
दरअसल, सुबह आठ बजे से 11 बजे के दौरान दिल्ली जाने वालों में अधिकतर कामकाजी लोग शामिल होते हैं। इस दौरान ट्रैफिक का दबाव बनने पर वे समय पर अपने कार्यालय नहीं पहुंच पाते हैं। किसानों के दिल्ली कूच की वजह से अधिकतर लोग लगातार दो दिन समय पर अपने कार्यालय नहीं जा पाए।