वैक्सीन प्रोडक्शन देखने जाएंगे मोदी:कोरोना वैक्सीन के डेवलपमेंट का रिव्यू करने पीएम कल पुणे, अहमदाबाद और हैदराबाद जाएंगेप्रधानमंत्री मोदी शनिवार को तीन शहरों में कोरोना वैक्सीन के प्रोडक्शन का रिव्यू करेंगे। वे अहमदाबाद में जायडस बायोटेक पार्क, पुणे में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और हैदराबाद में भारत बायोटेक के प्लांट जाएंगे। प्राइम मिनिस्टर ऑफिस (PMO)ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।PMO ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भारत कोरोना के खिलाफ लड़ाई के फाइनल फेज में आ गया है। पीएम मोदी की इस विजिट और वैज्ञानिकों के साथ बातचीत से उन्हें भारत में वैक्सीनेशन की तैयारियों, चुनौतियों और इसके रोडमैप के बारे में एक नजरिया बनाने में मदद मिलेगी।
SII में रिहर्सल की गई
इस बीच, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) में पीएम मोदी के विजिट को लेकर तैयारी चल रही है। यहां मोदी वैक्सीन प्रोडक्शन और उसके डिस्ट्रीब्यूशन मैकेनिज्म का रिव्यू करेंगे। इसके लिए शुक्रवार को रोड रूट पर मूवमेंट का ट्रायल किया गया। एयरफोर्स के चॉपर की लैंडिंग भी कराई गई। मोदी के दौरे से पहले यहां सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड के प्रोडक्शन के लिए ब्रिटेन की कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की है। SII दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन बनाती है। एक्सपर्ट्स और सरकारी अधिकारियों का मानना है कि भारत में सबसे पहले यही वैक्सीन मिलेगी।
मोदी 4 बजे हैदराबाद पहुंचेंगे
स्वदेशी वैक्सीन ‘कोवैक्सिन’ के बारे में जानकारी लेने के लिए मोदी हैदराबाद जाएंगे। दोपहर बाद 4 बजे वे हाकिमपेट एयरफोर्स स्टेशन पर लैंड करेंगे। यहां से वे भारत बायोटेक जाएंगे। एक घंटे तक वैक्सीन बनाने वाले प्लांट पर रुकने के बाद वे 5.10 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ कोवैक्सिन बनाने के लिए हाथ मिलाया है। भारत बायोटेक ने इसके फेज-III ट्रायल्स शुरू कर दिए हैं। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज अंबाला कैंट के एक हॉस्पिटल में इस वैक्सीन का डोज लगवा चुके हैं। हैदराबाद जाने से पहले मोदी अहमदाबाद जाएंगे। यहां जायडस कैडिला अपनी वैक्सीन ZyCoV-D डेवलप कर रही है। जायडस कैडिला की वैक्सीन भी फेज-3 के ट्रायल्स में है।
राज्यों से डिस्ट्रीब्यूशन का प्लान मांगा
24 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की थी। इसमें उन्होंने वैक्सीन के लिए पहले से कोल्ड स्टोरेज फेसिलिटी तैयार करने का सुझाव दिया था। साथ ही इसके डिस्ट्रीब्यूशन के लिए प्लान भेजने के लिए कहा था।