राजनीतिक रंग:सीएम मनोहर लाल ने की किसानों से बातचीत की अपील, डिप्टी सीएम समेत जजपा चुप, विपक्ष ने सरकार को घेरानेताओं के अपने-अपने तर्क : गृहमंत्री विज ने पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंदर सिंह को बताया आंदोलन का मास्टर माइंड
किसी नेता ने सामने आकर दिया किसानों को समर्थन तो कोई पर्दे के पीछे से दे रहा साथ,किसानों का आंदोलन जैसे आगे बढ़ा है, इसमें राजनीति रंग भी दिखाई देने लगे हैं। कुछ नेता सामने आकर समर्थन दे रहे हैं तो कुछ पर्दे के पीछे से साथ। कांग्रेस-इनेलो समेत विपक्षियों ने सरकार को घेरा है, वहीं सरकार की सहयोगी पार्टी जजपा पूरी तरह चुप है। दुष्यंत चौटाला दो दिन पहले रात को चंडीगढ़ आए। इसके बाद शुक्रवार को दिल्ली रवाना हो गए, लेकिन अब तक कोई बयान नहीं आया। पहले दुष्यंत इन कानूनों को किसानों के हक में बता चुके हैं।
जायज मुद्दों के लिए केंद्र से सीधे बातचीत करें: सीएम मनोहर लाल
केंद्र सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। मेरी सभी किसान भाइयों से अपील है कि अपने सभी जायज मुद्दों के लिए केंद्र से सीधे बातचीत करें। आंदोलन इसका जरिया नहीं है।
आंदोलन में पंजाब सरकार के कुछ लोग सामने आए: विज
किसानों के आंदोलन के मास्टर माइंड पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंदर सिंह हैं। आंदोलन में पंजाब सरकार के कुछ लोग सामने आए हैं, जो किसानों को रास्ता दिखा रहे थे। पंजाब ने किसानों को रोकने की कोशिश नहीं की।
सरकार ने किसानों की आवाज दबाने को बलपूर्वक कदम उठाया: अभय
किसानों की आवाज दबाने के लिए सरकार ने बलपूर्वक कदम उठाकर साबित कर दिया कि प्रदेश और देश में सिर्फ कमजोर-कायर सरकार ही नहीं अपितु पूर्णत्या किसान विरोधी सरकार है। इस कदम की पूर्णत्या निंदा करते हैं।
किसान कि आंखों में पहले से ही आंसू हैं : पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा
किसान कि आंखों में पहले से ही आंसू हैं। उन पर क्यों आंसू गैस छोड़ते हो। अपील है कि शांतिपूर्ण आंदोलनरत किसानों के रुकने-ठहरने, खाने-पीने का प्रबंध, उपचार-डॉक्टरी मदद का हर संभव प्रयास करें।
नए कानून बनाना समय की जरूरत थी: केंद्रीय कृषि मंत्री
नए कानून बनाना समय की जरूरत थी। ये नए कृषि कानून किसानों के जीवन स्तर में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले हैं। मैं किसान भाइयों को चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं।
किसानों को टकराव में कोई दिलचस्पी नहीं : पंजाब सीएम
मनोहर लाल सरकार और हरियाणा पुलिस की बर्बरता के सामने किसानों ने जो संयम दिखाया, उसने काफी प्रभावित किया है। किसानों को टकराव में कोई दिलचस्पी नहीं, वे केवल बताना वो चाहते हैं, जो उनका संवैधानिक अधिकार है।
कांग्रेस काले कानूनों को खत्म करने को वचनबद्ध : सुरजेवाला
जब गांधी जी की सत्य अहिंसा की लाठी लेकर निकले तो दुनिया का सबसे बड़ा ब्रिटिश साम्राज्य तिनके की तरह बिखर गया। आज फिर दिल्ली दरबार के भाजपाई अहंकारियों के खिलाफ हुंकार गूंजी है। कांग्रेस काले कानूनों को खत्म करने को वचनबद्ध है।
कांग्रेस पार्टी किसान-मजदूर-आढ़ती भाइयों के साथ खड़ी है: कुमारी सैलजा
कांग्रेस पार्टी किसान-मजदूर-आढ़ती भाइयों के साथ खड़ी है। राहुल गांधी ने ऐलान किया कि कांग्रेस पार्टी की सरकार आने पर इन कृषि विरोधी काले कानूनों को वापस लिया जाएगा।