इंडियन आइडल 12:भारतीय संगीत को बढ़ावा देने पर बोले हिमेंश रेशमिया- ट्रेंड के पीछे भागना छोड़ना होगा और में कंफर्ट जोन से बाहर आना पड़ेगासिंगर हिमेश रेशमिया जल्द रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल’ में बतौर जज नजर आएंगे। हाल ही में बातचीत के दौरान, हिमेश ने शो से जुड़ी कुछ खास बातें शेयर की हैं। इस दौरान सिंगर ने भारतीय संगीत और इससे जुड़े मामलों पर अपने विचार सामने रखे हैं।
इस सीजन ऑडियंस के लिए क्या नया होगा?
ये शो एक कच्चे सिंगर होने से लेकर एक सुपरस्टार बनने तक का सफर तय कराता है। सिर्फ नुसरत फतेह अली खान जी को सुनकर गायन सीखने वाले सनी हिंदुस्तानी ने इंडियन आइडल सीजन 11 जीता था और सलमान अली, जिनका परिवार बड़ी मुश्किलों से गुजारा करता था, ने अपनी मेहनत से जीत हासिल की। यह इस बात की मिसाल है कि इंडियन आइडल किस तरह का मंच है। मुझे इस बात की खुशी है कि जजों के रूप में हम युवा गायकों को प्रभावित कर रहे हैं और उन्हें उनकी कला में बेहतर बना रहे हैं।
नेहा कक्कड़ इस बात का जीता जागता उदाहरण हैं, क्योंकि उन्होंने एक कंटेस्टेंट के रूप में अपना सफर शुरू किया था और अब न सिर्फ इस शो को जज कर रही हैं बल्कि बॉलीवुड की सबसे सफल गायिकाओं में से एक हैं, जिनके 50 मिलियन फॉलोअर्स हैं।
महामारी के चलते म्यूजिक इंडस्ट्री किस तरह प्रभावित हुई है?
इस समय लोगों की सोच पर महामारी का प्रभाव है और वो संगीत को उसके पूरे स्वरूप में एंजॉय नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन हम धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं और ऐसे में इंडियन आइडल 2020 बड़ी राहत लेकर आएगा।
बीटीएस रॉक बैंड ने आपका गाना हुक्का बार गाया इस पर क्या कहना है?
जी हां, मैंने उनका वीडियो देखा है और ये बड़ा मजेदार है। ये काफी वायरल भी हुआ है। मुझे खुशी है कि मेरे बहुत-से गाने वायरल हो रहे हैं और लोगों के चेहरों पर मुस्कान ला रहे हैं।
क्या भारतीय संगीत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना पाए हैं?
भारतीय संगीत, विश्व भर में अपनी पहचान बना रहा है। पूर्व में मैंने खुद लंदन वेम्बले और ऐसे ही कई बड़े अंतर्राष्ट्रीय मंच पर परफॉर्म किया है। तो, ऐसा नहीं है कि हम वहां परफॉर्म नहीं कर रहे हैं। वैश्विक स्तर पर भारतीय संगीत और भारतीय कलाकार अपनी मेहनत के चलते वो पहचान हासिल कर रहे हैं, जिसके वो हकदार हैं। मेरा अंतर्राष्ट्रीय एल्बम भी जल्द ही आने वाला है, जिसमें वैश्विक मानकों को ध्यान में रखा गया है।
इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री की सबसे अच्छी बात क्या है?
इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री की सबसे अच्छी बात यह है कि यहां संगीत का बहुत बड़ा बाजार है, जहां हर तरह का संगीत मौजूद है। हम अपनी साउंड डिजाइनिंग को भी एक नए स्तर पर ले आए हैं। संगीतकारों को अपने कम्फर्ट जोन से बाहर आना होगा और किसी ट्रेंड के पीछे नहीं भागना चाहिए। मैं अपने संगीत के मामले में हमेशा धारा से विपरीत रहा हूं और इसमें बढ़िया भी किया है। कंपोजर्स को असुरक्षा महसूस करने के बजाय खुलकर संगीत बनाना होगा और इसका जादू चलाना होगा।
आपके एक्टिंग करियर का क्या हो रहा है?
मैंने फिल्म ‘एक्सपोज’ का सीक्वल शुरू कर दिया है। एक और फिल्म है ‘नमस्ते रोम’, जिसमें मैं और जावेद साहब ‘नमस्ते लंदन’ के बाद फिर साथ काम कर रहे हैं। अपने एक्टिंग करियर के मामले में दो-तीन फिल्में कतार में हैं और मैं अपने अंतरराष्ट्रीय म्यूजिक प्रोजेक्ट पर भी ध्यान दे रहा हूं, जो मेरे लिए एक बड़ा प्रोजेक्ट है।
आपकी प्लेबैक सिंगिंग और फिल्मी गानों की क्या स्थिति है?
जल्द ही मेरे बहुत-से सिंगल गाने आएंगे और कुछ फिल्में भी हैं जिसमें मैं प्लेबैक सिंगिंग करूंगा। इस समय मैं अपने इंटरनेशनल प्रोजेक्ट पर ध्यान दे रहा हूं और इसमें सफलता हासिल करने के लिए दोगुनी मेहनत कर रहा हूं। जब भी मैं कोई गाना बनाता हूं तो मैं अपने कुछ साथियों को इन्हें सुनाता हूं और उनकी प्रतिक्रिया लेता हूं। यदि उन्हें पसंद आता है तो मैं इसे मार्केट में लाता हूं और इससे मुझे लगातार हिट गाने देने में मदद मिलती है और मैं अपने काम में एक-सा बना रहता हूं। अपने संगीत के मामले में मैं हमेशा सर्वश्रेष्ठ काम करना चाहता हूं।